नयी दिल्ली, 16 नवंबर भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) में हिस्सेदारी बिक्री से पहले वित्त मंत्रालय ने बीमा कंपनी के मूल्यांकन के लिए एक्चुरियल कंपनियों से आवदेन मंगाए हैं। इसके लिए कंपनियां आठ दिसंबर तक अपने आवेदन जमा कर सकती हैं।
इस संबंध में सोमवार को एक निविदा जारी की गयी।
सरकार की योजना एलआईसी में अल्पांश हिस्सेदारी बेचकर इसे शेयर बाजार में सूचीबद्ध कराने की है। इसके लिए डेलॉयट और एसबीआई कैपिटल को पहले ही आईपीओ से पहले के लेनदेन का परामर्शक नियुक्त कर दिया है।
निविदा दस्तावेजों में निवेश और लोक परिसंपत्ति प्रबंधन विभाग (दीपम) ने कहा कि प्रस्ताविज आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) से पहले कंपनी के बारे में भी अनिवार्य सार्वजनिक सूचनाओं के प्रकाशन की शर्त पूरा करने के लिए एलआईसी को बीमा कंपनी के सन्निहित मूल्य के मूल्यांकन के नियम विकसित करने की जरूरत है।
सन्निहित मूल्य का आकलन एक सामान्य मूल्यांकन पद्धति है। इसका उपयोग किसी बीमा कंपनी में शेयरधारकों के हित के समेकित मूल्य का अनुमान लगाने में होता है। इसमें कंपनी की वर्तमान सम्पत्ति और वर्तमान में चल रही बीमा पालिसियों से होने वाले लाभ के वर्तमान मूल्य को जोड़ा जाता है।
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