मुंबई, सात अक्टूबर भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) के पूर्णकालिक सदस्य एस के मोहंती ने बृहस्पतिवार को कहा कि शेयरों में खुदरा निवेशकों की दिलचस्पी बढ़ने के बीच धोखाधड़ी की सूचना देने वाली कंपनियों में उछाल एक खतरनाक प्रवृत्ति है और इसे कम करने के लिए प्रयास किए जाने की जरूरत है।
हाल के एक सर्वेक्षण के निष्कर्ष का हवाला देते हुए, मोहंती ने कहा कि 65 प्रतिशत कंपनियों ने इस साल धोखाधड़ी की घटनाओं की सूचना दी है। साथ ही, हमारे पास पूंजी बाजार में 1.5 करोड़ से अधिक नए खुदरा निवेशक हैं, जो अपने निवेश के साथ धैर्य रखने को तैयार हैं।
मोहंती ने उद्योग मंडल सीआईआई द्वारा आयोजित एक सम्मेलन में कहा, “इसलिए, हम खुद को जिस तरह की स्थिति में पा रहे हैं, यह बहुत खतरनाक है। इसलिए, यह समय लोगों को सूचित करने, जागरूकता फैलाने और शिक्षित करने का है।”
उन्होंने कहा कि धोखाधड़ी निवेशकों के विश्वास को प्रभावित करती है और उनके निवेश मूल्य को भी प्रभावित करती है, क्योंकि किसी विशेष शेयर का मूल्य कम हो जाता है, और इसलिए इस समस्या का समाधान करना आवश्यक है।
मोहंती ने कहा कि क्रोल द्वारा किए गए ऐसे ही सर्वेक्षण में उन कंपनियों में से 12 प्रतिशत का उल्लेख किया गया है जिनके साथ धोखाधड़ी हुई है।
उन्होंने इस घटना के लिए संवेदनशील जानकारी तक अनधिकृत पहुंच को जिम्मेदार ठहराया और इसे चिंताजनक बताया।
मोहंती ने कहा कि धोखाधड़ी की संख्या में वृद्धि के साथ, सेबी ने पिछले साल सामान्य जांच विभाग से एक अलग कॉरपोरेट धोखाधड़ी जांच विभाग बनाया।
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