भारत-ब्रिटेन के ट्रेड डील से किस सेक्टर को होगा सबसे ज्यादा फायदा? आम आदमी पर पड़ेगा कितना असर, आसान शब्दों में समझें यहां
By अंजली चौहान | Updated: July 25, 2025 09:30 IST2025-07-25T09:27:27+5:302025-07-25T09:30:13+5:30
India-UK Trade Deal: भारत ब्रिटेन की व्हिस्की और जिन पर शुल्क को 150 प्रतिशत से घटाकर 75 प्रतिशत कर रहा है तथा समझौते के दसवें वर्ष में इसे 40 प्रतिशत तक घटा रहा है।

भारत-ब्रिटेन के ट्रेड डील से किस सेक्टर को होगा सबसे ज्यादा फायदा? आम आदमी पर पड़ेगा कितना असर, आसान शब्दों में समझें यहां
India-UK Trade Deal: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ब्रिटेन यात्रा के दौरान कई अहम मुद्दों पर चर्चा की है और दोनों देशों के बीच रिश्ते को मजबूत किया है। ब्रिटेन और भारत के बीच Free Trade Agreement (FTA) पर हस्ताक्षर हुए, जिससे हर साल $34 बिलियन तक का व्यापार बढ़ेगा। इस व्यापार समझौते से प्रीमियम अंतरराष्ट्रीय शराब ब्रांड भारतीय उपभोक्ताओं के लिए ज्यादा किफायती हो सकते हैं।
हालांकि, विशेषज्ञों ने आगाह किया है कि इसका असर मामूली हो सकता है, और कीमतों में कटौती की सीमा लगभग ₹300 प्रति बोतल तक सीमित हो सकती है।
इस समझौते से लंबी अवधि में द्विपक्षीय व्यापार में 35 अरब डॉलर का इज़ाफ़ा होगा। भारत-यूके FTA को तीन साल से ज़्यादा की बातचीत के बाद मई में अंतिम रूप दिया गया था और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ब्रिटेन यात्रा के दौरान वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल और उनके ब्रिटिश समकक्ष जोनाथन रेनॉल्ड्स ने इस पर हस्ताक्षर किए थे।
दोनों सरकारों के बीच लंदन में हुए FTA के अनुसार, भारत यूके व्हिस्की और जिन पर शुल्क 150 प्रतिशत से घटाकर 75 प्रतिशत और समझौते के 10वें वर्ष में इसे और घटाकर 40 प्रतिशत कर रहा है।
ब्रिटिश सरकार के एक आधिकारिक बयान के अनुसार, "व्हिस्की उत्पादकों को टैरिफ में आधी कटौती का लाभ मिलेगा, जिसे तुरंत 150 प्रतिशत से घटाकर 75 प्रतिशत कर दिया गया और फिर अगले दस वर्षों में इसे और घटाकर 40 प्रतिशत कर दिया गया - जिससे ब्रिटेन को भारतीय बाजार तक पहुँचने में अंतरराष्ट्रीय प्रतिस्पर्धियों पर बढ़त मिलेगी।"
Prime Minister @narendramodi engaged with business leaders at Chequers, underscoring the remarkable potential of the India-UK Comprehensive Economic and Trade Agreement (CETA) to transform our economic landscape. pic.twitter.com/XA2E4rNcqO
— BJP (@BJP4India) July 24, 2025
भारत और यूके के बीच ट्रेड डील से टैरिफ कम होगा
एक आधिकारिक विज्ञप्ति के अनुसार, इस समझौते में यह भी स्पष्ट किया गया है कि ब्रिटिश उत्पादों पर औसत शुल्क वर्तमान 15 प्रतिशत की तुलना में घटकर 3 प्रतिशत रह जाएगा।
ब्रिटेन में निर्मित शीतल पेय, सौंदर्य प्रसाधन, चॉकलेट, बिस्कुट, ऑटोमोबाइल (कार) और चिकित्सा उपकरण ब्रिटिश कंपनियों के लिए भारतीय बाजार में सस्ते और आसानी से बिक जाएँगे। ब्रिटेन में निर्मित कारों पर आयात शुल्क वर्तमान में 100 प्रतिशत से अधिक है, जिसे कोटा प्रणाली के तहत घटाकर 10 प्रतिशत कर दिया जाएगा।
Congratulations to Prime Minister @NarendraModi ji, UK Prime Minister @Keir_Starmer, and the people of India & the United Kingdom on the signing of the landmark India-UK Comprehensive Economic and Trade Agreement (CETA).
— Piyush Goyal (@PiyushGoyal) July 24, 2025
Duty-free access for about 99% of Indian exports unlocks… pic.twitter.com/AWAwVTwtrg
विश्व प्रसिद्ध स्कॉच व्हिस्की पर लगाए गए शुल्क पर भी विशेष ध्यान दिया गया है, क्योंकि विज्ञप्ति के अनुसार, आयात शुल्क की दरें वर्तमान 150 प्रतिशत की तुलना में घटाकर 75 प्रतिशत कर दी गई हैं।
कपड़ा, चमड़ा, रत्न एवं आभूषण, ऑटो कंपोनेंट और इंजन, फर्नीचर, खेल के सामान, रसायन और मशीनरी जैसे प्रमुख भारतीय उत्पादों पर भी शुल्क कम किए जाएँगे।
सोने, हीरे के आभूषणों, चमड़े के सामान, कपड़ों और घरेलू वस्त्रों के आयात पर शून्य शुल्क लागू होगा।
ब्रिटेन भारतीय प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थों, बासमती चावल, झींगा, मसालों और चाय पर आयात शुल्क में भी कटौती करेगा ताकि भारतीय निर्यातकों को ब्रिटेन के बाजारों तक पहुँच मिल सके।