लाइव न्यूज़ :

भारत 2029 तक बन जाएगा दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था, जर्मनी और जापान छूट जाएंगे पीछे: रिपोर्ट

By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: September 4, 2022 08:16 IST

भारत दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है। भारत ने ब्रिटेन को पीछे छोड़ते हुए ये मुकाम हासिल किया है। साथ ही 2029 तक अनुमान है कि जर्मनी और जापान को भी भारत पीछे छोड़ देगा।

Open in App
ठळक मुद्देएसबीआई की रिपोर्ट के अनुसार 2029 तक दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन सकता है भारत।एसबीआई में मुख्य आर्थिक सलाहकार सौम्य कांति घोष के अनुसार 2014 के बाद आया है भारत की अर्थव्यस्था में बड़ा बदलाव।रिपोर्ट के अनुसार भारत को 2027 में जर्मनी से आगे निकल जाना चाहिए, 2029 तक जापान हो जाएगा पीछे।

नयी दिल्ली: भारत अपनी आजादी के 75वें साल में उस ब्रिटेन को पछाड़कर दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है, जिसके वह कभी अधीन था। अब सिर्फ अमेरिका, चीन, जापान और जर्मनी ही उससे आगे हैं। अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) ने यह अनुमान जताया है। साथ ही एक रिपोर्ट में भारत के 2029 तक दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाने की भी संभावना जताई गई है।

एक दशक पहले तक भारत बड़ी अर्थव्यवस्थाओं के मामले में 11वें पायदान पर था जबकि ब्रिटेन पांचवें स्थान पर था। लेकिन अप्रैल-जून तिमाही में भारतीय अर्थव्यवस्था में रिकॉर्ड विस्तार होने से यह ब्रिटेन से आगे निकल गई है और ब्रिटेन छठे पायदान पर खिसक गया है। भारत के ब्रिटेन से आगे निकलने का अनुमान ब्लूमबर्ग की गणनाओं पर आधारित है जिसे उसने आईएमएफ के डेटाबेस और ऐतिहासिक विनिमय दरों के आधार पर तैयार किया है।

ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट में यह निष्कर्ष पेश करते हुए कहा गया, ‘‘समायोजित आधार पर और प्रासंगिक तिमाही के अंतिम दिन डॉलर विनिमय दर को ध्यान में रखते हुए मार्च में खत्म तिमाही में भारतीय अर्थव्यवस्था का आकार 'सांकेतिक' नकदी के साथ 854.7 अरब डॉलर था। इसी पैमाने पर ब्रिटेन की अर्थव्यवस्था का आकार 816 अरब डॉलर था।’’

2021 में ही भारत ने ब्रिटेन को छोड़ दिया था पीछे!

दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती प्रमुख अर्थव्यवस्था भारत के अगले कुछ वर्षों में ब्रिटेन को और भी पीछे छोड़ देने की संभावना है। इस बीच, एसबीआई के अर्थशास्त्रियों के एक ‘नोट’ में कहा गया है कि भारतीय अर्थव्यवस्था दिसंबर 2021 में ब्रिटेन को पीछे छोड़ते हुए दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गई थी।

इसमें कहा गया है, ‘‘(भारत) अब पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है। दिलचस्प बात यह है कि भारत ने दिसंबर 2021 की शुरुआत में ही ब्रिटेन को 5वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था के रूप में पीछे छोड़ दिया था, न कि हाल ही में जैसा कि दावा किया जा रहा है।’’

जर्मनी-जापान को 2029 तक पीछे छोड़ देगा भारत

एसबीआई में समूह के मुख्य आर्थिक सलाहकार सौम्य कांति घोष ने अपने रिसर्च नोट में कहा है, “2014 के बाद से भारत द्वारा अपनाए गए रास्ते से पता चलता है कि यह 2029 तक तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन सकता है। भारत को 2027 में जर्मनी से आगे निकल जाना चाहिए और सबसे अधिक संभावना है कि विकास की मौजूदा दर पर 2029 तक जापान पीछे छूट जाएगा।''

कोटक महिंद्रा बैंक के मुख्य कार्यकारी अधिकारी उदय कोटक ने एक ट्वीट में कहा, ‘‘दुनिया की पांचवीं बड़ी अर्थव्यवस्था के रूप में अपने औपनिवेशिक शासक ब्रिटेन को पीछे छोड़ना भारत के लिए गर्व की बात है। ब्रिटेन की 3,200 अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था के मुकाबले भारत की अर्थव्यवस्था 3,500 अरब डॉलर की है। लेकिन जनसंख्या के लिहाज से देखें तो: भारत की 1.4 अरब आबादी की तुलना में ब्रिटेन की जनसंख्या 6.8 करोड़ है। प्रति व्यक्ति जीडीपी हमारे 2,500 डॉलर की तुलना में वहां 47,000 डॉलर है। अभी हमें लंबी दूरी तय करनी है...आइए इसके लिए तैयार रहते हैं।’’

भारत की जनसंख्या ब्रिटेन की आबादी की 20 गुना होने से यहां का प्रति व्यक्ति सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) भी कम है। वेदांता समूह के चेयरमैन अनिल अग्रवाल ने कहा, ‘‘हम अभी-अभी ब्रिटेन को पछाड़कर दुनिया की पांचवीं बड़ी अर्थव्यवस्था बन गए हैं। भारत की तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था के लिए यह कितना प्रभावशाली पड़ाव है। अगले कुछ वर्षों में हम शीर्ष तीन में शामिल होंगे।’’

रिपोर्ट के अनुसार मार्च तिमाही के बाद से ब्रिटेन में गिरावट हुई है। दूसरी तिमाही में इसका सकल घरेलू उत्पाद नकद रूप में 1% बढ़ा और मुद्रास्फीति के समायोजन के बाद 0.1% सिकुड़ गया। रिपोर्ट में कहा गया है कि स्टर्लिंग ने भी रुपये और डॉलर के मुकाबले कमजोर प्रदर्शन किया है। इस साल रुपये के मुकाबले पाउंड में 8% की गिरावट आई है।

भारत की जीडीपी अप्रैल-जून 2022 की तिमाही में 13.5 फीसदी की दर से बढ़ी है जो एक साल में सबसे तेज रफ्तार है। इसके साथ ही भारत एक बार फिर दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ने वाली अर्थव्यवस्था बन गया है। हालांकि बढ़ती ब्याज लागत और विश्व की प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं में मंदी की आहट से आगामी तिमाहियों में वृद्धि की रफ्तार मंद पड़ने का खतरा मंडरा रहा है।

(भाषा इनपुट)

टॅग्स :इकॉनोमीसकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी)
Open in App

संबंधित खबरें

कारोबारचुनौतियों के बावजूद उम्मीद से अधिक है देश की विकास दर

कारोबार'ट्रंप टैरिफ' के बावजूद FY26 की दूसरी तिमाही में भारत की जीडीपी ग्रोथ रेट बढ़कर 8.2% हुई

कारोबारघरेलू खपत के दम पर मजबूत बनी हुई है अर्थव्यवस्था

कारोबारगांवों में साहूकारों के जाल से किसानों को बचाने की चुनौती, ब्याज दरें 17-18 फीसदी से भी अधिक

विश्वNobel Prize 2025: जोएल मोकिर, फिलिप अघियन और पीटर हॉविट को दिया जाएगा अर्थशास्त्र का नोबेल पुरस्कार

कारोबार अधिक खबरें

कारोबारPetrol, Diesel Price Today: कच्चे तेल के दामों में उतार-चढ़ाव, जानें ईंधन पर इसका क्या असर; प्राइस लिस्ट यहां

कारोबारIndiGo Crisis: इंडिगो के सीईओ पीटर एल्बर्स ने फ्लाइट कैंसिल होने पर माफी मांगी, कहा- बताया कब स्थिति हो जाएगी सामान्य

कारोबारRBI Monetary Policy: 25 बेसिस पॉइन्ट की कटौती, लोन में सुविधा; जानें आरबीआई की MPC बैठक की मुख्य बातें

कारोबारShare Market Today: RBI के ब्याज दर कटौती से शेयर बाजार में तेजी, घरेलू शेयरों ने पकड़ी रफ्तार

कारोबारPetrol-Diesel Price Today: टंकी फूल कराने से पहले यहां चेक करें तेल के लेटेस्ट दाम, जानें कहां मिल रहा सस्ता ईंधन