नयी दिल्ली, 19 मार्च सरकार ने बाजार के बाहर सौदे में टाटा कम्युनिकेशंस में अपनी 10 प्रतिशत हिस्सेदारी टाटा संस की इकाई पैनाटोन फिनवेस्ट को बेच दी है। इस तरह सरकार टाटा कम्युनिकेशंस से बाहर निकल गई है।
इस सौदे से पहले कंपनी में सरकार की हिस्सेदारी 26.12 प्रतिशत और पैनाटोन फिनवेस्ट की हिस्सेदारी 34.80 प्रतिशत, टाटा संस की 14.07 प्रतिशत और सार्वजनिक शेयरधारकों के पास शेष 25.01 प्रतिशत हिस्सेदारी थी।
दूरसंचार विभाग ने भारत के राष्ट्रपति की ओर से शेयर बाजारों को भेजी सूचना में कहा, ‘‘हम यह सूचित करना चाहते हैं कि हमने बाजार के बाहर सौदे में खरीदार को 2,85,00,000 इक्विटी शेयर बेचे हैं। यह कंपनी की कुल शेयरधारिता का 10 प्रतिशत है।’’
सरकार ने पैनाटोन फिनवेस्ट लि. को 10 प्रतिशत हिस्सेदारी बेची है। सरकार पहले ही खुदरा और गैर-खुदरा निवेशकों को बिक्री पेशकश (ओएफएस) के जरिये कंपनी की 16.12 प्रतिशत हिस्सेदारी 1,161 रुपये प्रति शेयर के न्यूनतम मूल्य पर बेच चुकी है।
सरकार ने बिक्री पेशकश के न्यूनतम 25 प्रतिशत शेयर म्यूचुअल फंड कंपनियों तथा बीमा कंपनियों तथा 10 प्रतिशत खुदरा निवेशकों के लिए आरक्षित किए थे। ओएफएस को 1.33 गुना अभिदान मिला था।
टाटा समूह ने 2002 में पूर्ववर्ती विदेश संचार निगम लि. का अधिग्रहण किया था। उसके बाद टाटा कम्युनिकेशंस अस्तित्व में आई थी। विदेश संचार निगम लि. की स्थापना सरकार ने 1986 में की थी। यह हिस्सेदारी बिक्री सरकार की विनिवेश प्रक्रिया का हिस्सा है।
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