अगस्त में निर्यात 6.86 प्रतिशत घटकर 34.48 अरब डॉलर, आयात घटकर 58.64 अरब डॉलर पर, व्यापार घाटा लगभग स्थिर
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: September 15, 2023 20:56 IST2023-09-15T20:54:34+5:302023-09-15T20:56:13+5:30
चालू वित्त वर्ष की अप्रैल-अगस्त अवधि में देश का कुल निर्यात 11.9 प्रतिशत घटकर 172.95 अरब डॉलर पर आ गया। इस दौरान कुल आयात भी 12 प्रतिशत गिरकर 271.83 अरब डॉलर रहा।

(प्रतीकात्मक तस्वीर)
नई दिल्ली: भारत का निर्यात इस साल अगस्त में पेट्रोलियम और रत्न एवं आभूषण क्षेत्रों के लचर प्रदर्शन की वजह से 6.86 प्रतिशत घटकर 34.48 अरब डॉलर रहा। यह निर्यात आंकड़ों में गिरावट का लगातार सातवां महीना रहा। शुक्रवार को जारी सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, देश का आयात भी अगस्त में 5.23 प्रतिशत घटकर 58.64 अरब डॉलर पर रहा। इस तरह पिछले महीने देश का व्यापार घाटा 24.16 अरब डॉलर पर लगभग स्थिर रहा।
हालांकि मासिक आधार पर यह बढ़ा है। इससे पिछले महीने में जुलाई में यह 20.67 अरब डॉलर था। चालू वित्त वर्ष की अप्रैल-अगस्त अवधि में देश का कुल निर्यात 11.9 प्रतिशत घटकर 172.95 अरब डॉलर पर आ गया। इस दौरान कुल आयात भी 12 प्रतिशत गिरकर 271.83 अरब डॉलर रहा। इस तरह वित्त वर्ष 2023-24 के पहले पांच महीनों में देश का कुल व्यापार घाटा 98.88 अरब डॉलर रह गया जो पिछले साल की समान अवधि में 112.85 अरब डॉलर रहा था।
वाणिज्य सचिव सुनील बर्थवाल ने इस बारे में संवाददाताओं से कहा कि व्यापार में कुछ सुधार हुए हैं और यह एक अच्छा संकेत है। उन्होंने कहा कि जुलाई के महीने तक व्यापारिक गतिविधियों में एक निराशा थी लेकिन अब तेजी के संकेत नजर आ रहे हैं। जुलाई में देश का निर्यात 15.88 प्रतिशत गिरा था। बर्थवाल ने कहा, "यह दर्शाता है कि वैश्विक हालात सुधर रहे हैं। हमेशा ही चिंता का विषय रहने वाला व्यापार घाटा अब ठीक दिख रहा है। यह अर्थव्यवस्था के लिए सुकून देने वाली बात है।"
इसके साथ ही वाणिज्य सचिव ने यूरोप में बढ़ती ब्याज दरों को लेकर चिंता भी जताई। ब्याज दरें बढ़ने से इन देशों से आने वाली मांग घटी है जिसका असर भारतीय विनिर्माण एवं निर्यात पर पड़ा है। अगस्त में निर्यात में गिरावट दर्ज करने प्रमुख क्षेत्रों में चाय, कॉफी, चावल, मसाले, चमड़ा, रत्न एवं आभूषण, कपड़ा एवं पेट्रोलियम उत्पाद रहे हैं। हालांकि 30 प्रमुख क्षेत्रों में से 15 ने निर्यात में सकारात्मक वृद्धि दर्शायी है। लौह अयस्क, इलेक्ट्रॉनिक उत्पाद, तिलहन, काजू, कालीन, इंजीनियरिंग, दवा एवं समुद्री उत्पादों का निर्यात पिछले महीने बढ़ा है। आयात के मोर्चे पर अगस्त में तेल का आयात 23.76 प्रतिशत गिरकर 13.2 अरब डॉलर पर आ गया। अप्रैल-अगस्त में देश का कुल तेल आयात 23.33 प्रतिशत घटकर 68.3 अरब डॉलर रहा। पिछले महीने सोने का आयात 38.75 प्रतिशत बढ़कर 4.93 अरब डॉलर हो गया।
वित्त वर्ष के पहले पांच महीनों में सोने का कुल आयात साल भर पहले की तुलना में 10.48 प्रतिशत बढ़कर 18.13 अरब डॉलर रहा। आंकड़ों के मुताबिक अगस्त में इलेक्ट्रॉनिक वस्तुओं का निर्यात 26.29 प्रतिशत बढ़कर 2.17 अरब डॉलर हो गया। यह पिछले पांच महीनों में 35.22 प्रतिशत बढ़कर 11.18 अरब डॉलर रहा। अगस्त में सेवाओं का निर्यात 26.39 अरब डॉलर होने का अनुमान है, जो साल भर पहले 26.5 अरब डॉलर था। वहीं सेवाओं का आयात पिछले साल के 15.22 अरब डॉलर के मुकाबले 13.86 अरब डॉलर रहा। अप्रैल-अगस्त अवधि में निर्यात की गई सेवाओं का अनुमानित मूल्य 133.38 अरब डॉलर रहा जबकि साल भर पहले की समान अवधि में यह 126.85 अरब डॉलर था।