नागपुर, आठ जनवरी जीएसटी आसूचना महानिदेशालय (डीजीजीआई) ने महाराष्ट्र में 26 इकाइयों द्वारा 498.50 करोड़ रुपये के धोखाधड़ीपूर्ण लेनदेन का खुलासा किया है। एक आधिकारिक विज्ञप्ति में यह कहा गया है।
डीजीजीआई की विज्ञप्ति में कहा गया है कि इसमें 12.78 करोड़ रुपये का नकली इनपुट टैक्स क्रेडिट (आईटीसी) शामिल है जो कि मौके पर ही नकदी में वसूल कर लिया गया। इस अवसर पर एक व्यक्ति को गिरफ्तार भी किया गया।
विज्ञप्ति में कहा गया है कि फर्जी बिलों के खिलाफ जारी अभियान के तहत डीजीजीआई की नागपुर क्षेत्र इकाई के अधिकारियों ने पिछले पखवाड़े के दौरान महाराष्ट्र में विभिन्न औद्योगिक क्षेत्रों में कई स्थानों पर छापे और तलाशी का अभियान चलाया।
जांच-पड़ताल के दौरान यह देखा गया कि संबंधित व्यवसायिक इकाइयां विभिन्न प्रकार के कर योग्य सामान में व्यापार कर रही थीं। इसमें सुपारी, कोयला से लेकर कपड़ा और लोहा तथा इस्पात उत्पाद शामिल हैं। इसमें कई इकाइयों का कोई अस्तित्व ही नही था और न ही उनका कोई संपत्ति प्रतिष्ठान मिला है। इन व्यावसायिक इकाइयों ने व्यावसायिक पते के लिये जीएसटी पोर्टल पर बिजली और किराया समझौते के फर्जी बिलों को अपलोड किया हुआ था।
इस पूरे मामले में 498.50 करोड़ रुपये के नकली कागजी लेनदेन पर 89.73 करोड़ रुपये का कुल फर्जी इनपुट टैक्स क्रेडिट हासिल किया गया जिसमें से 12.78 करोड़ रुपये की नकद राशि जांच-पड़ताल के दौरान मौके से मिली है।
Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।