कंपनी सचिव अपनाएं ‘बोलने की संस्कृति’, समूह कारोबार पर भी रखें नजर: दीपक पारेख

By भाषा | Updated: December 19, 2021 16:13 IST2021-12-19T16:13:33+5:302021-12-19T16:13:33+5:30

Company secretary should adopt 'culture of speaking', keep an eye on group business also: Deepak Parekh | कंपनी सचिव अपनाएं ‘बोलने की संस्कृति’, समूह कारोबार पर भी रखें नजर: दीपक पारेख

कंपनी सचिव अपनाएं ‘बोलने की संस्कृति’, समूह कारोबार पर भी रखें नजर: दीपक पारेख

नयी दिल्ली, 19 दिसंबर देश के मशहूर बैंकर दीपक पारेख ने कॉरपोरेट प्रशासन के मजबूत तौर-तरीकों की पैरोकारी करते हुए कंपनी सचिवों से ‘बोलने की संस्कृति’ अपनाने का आह्वान किया और उन्हें डेटा और सूचनाओं के बीच अंतर का ध्यान रखने को कहा।

एचडीएफसी के अध्यक्ष पारेख ने कहा कि कंपनी सचिवों का निर्णय बेहद पवित्र माना जाता है और वे नियामक की उम्मीदों तथा बोर्ड के कामकाज के बीच सेतु का काम करते हैं। उन्होंने कहा कि कंपनी सचिवों को डेटा एवं सूचना के फर्क का ध्यान रखना चाहिए ताकि बोर्ड सदस्य रचनात्मक रूप से फैसले ले सकें।

पारेख ने शनिवार को कॉरपोरेट प्रशासन में उत्कृष्टता के लिए 21वें आईसीएसआई राष्ट्रीय पुरस्कार कार्यक्रम में कहा कि आमतौर पर शीर्ष पर मौजूद सूचीबद्ध मूल कंपनी में सभी का ध्यान अच्छे अनुपालन के लिए होता है। लेकिन छोटी और गैर-सूचीबद्ध सहायक कंपनियों की जांच कम होती है, जहां कुछ कमजोरियां हो सकती हैं।

उन्होंने कहा कि वास्तव में इन्हीं स्तरों पर नियामकीय चूक भी होती हैं, इसलिए समूह की संरचना को गहराई से और समग्र रूप से देखना चाहिए।

पारेख वर्ष 2008 में धांधली का शिकार हुई सूचना प्रौद्योगिकी कंपनी सत्यम कम्प्यूटर सर्विसेज की पुनरुद्धार योजना का हिस्सा रहे थे।

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