कंपनियों की जून तिमाही की पिछली तिमाही से 8-10 प्रतिशत कम,पिछले साल से 50 प्रतिशत ऊंची रहेगी:रपट

By भाषा | Updated: July 9, 2021 20:04 IST2021-07-09T20:04:27+5:302021-07-09T20:04:27+5:30

Companies will be 8-10 percent less than the previous quarter of June quarter, 50% higher than last year: Report | कंपनियों की जून तिमाही की पिछली तिमाही से 8-10 प्रतिशत कम,पिछले साल से 50 प्रतिशत ऊंची रहेगी:रपट

कंपनियों की जून तिमाही की पिछली तिमाही से 8-10 प्रतिशत कम,पिछले साल से 50 प्रतिशत ऊंची रहेगी:रपट

मुंबई 09 जुलाई कोविड-19 की दूसरी लहर से प्रभावित आर्थिक गतिविधियों के कारण चालू वित्त वर्ष की जून तिमाही में घरेलू कंपनियों की आय इससे ठीक पिछली तिमाही की तुलना में आठ से दस प्रतिशत घटकर 7.3 लाख करोड़ रुपये रह सकती है।

इस तरह पिछली तिमाही के आधार पर इनके परिचालन लाभ में भी 6-8 प्रतिशत की गिरावट रहने का अनुमान है। हालांकि सालाना आधार पर परिचालन लाभ 65 प्रतिशत अधिक हो सकता है क्योंकि पिछले वित्त वर्ष की पहली तिमाही में गतिविधियां देश व्यापी कठोर पाबंदियों से बहुत अधिक प्रभावित हुई थीं।

रेटिंग एजेंसी क्रिसल ने पहली तिमाही के वित्तीय नतीजों की घोषणा से पहले कंपनी जगत के आय संबंधी अपने अनुमानों में कहा है कि भारतीय कंपनियों की आय में वृद्धि वार्षिक आधार पर 45 से 50 प्रतिशत रहेगी। यह उछाल तुलनात्मक आधार निम्न होने के कारण दिखेगा। परिणामों की घोषणा की शुरूआत साफ्टवेयर निर्यातक टीसीएस के साथ शुरू हो चुकी है। उसके कल शाम जारी नतीजों से भी इसी तरह के संकेत हैं।

सबसे बड़ी सॉफ्टवेयर कंपनी टीसीएस ने कहा कि भले ही पहली तिमाही में उसका कुल राजस्व 18.5 प्रतिशत बढ़कर 45,411 करोड़ रुपये हो गया और शुद्ध लाभ 28.5 प्रतिशत बढ़कर 9,008 करोड़ रुपये रहा पर उसका घरेलू राजस्व 350 करोड़ रुपये घट गया।

क्रिसिल ने अपनी एक रिपोर्ट में शुक्रवार को कहा कि चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में घरेलू कंपनिया की आय पिछली तिमाही की तुलना में आठ से दस प्रतिशत घटकर 7.3 लाख करोड़ रह सकती हैं। इसका कारण सुख सुविधा की वाली चीजों जैसे वाहन आदि की बिक्री में लॉकडाउन के कारण गिरावट आना है। रिपोर्ट में कहा गया कि सालाना आधार पर भारतीय कंपनियों की आय 45 से 50 प्रतिशत बढ़ सकती है। यह उछाल निम्न आधार के साथ तुलना के कारण दिखेगा। यदि जिंस क्षेत्र की आय को निकाल दें तो सालाना आधार पर आय में वृद्धि 37 से 40 प्रतिशत तक ही दिखेगी।

क्रिसिल का अनुमान 300 कंपनियों के विश्लेषण पर आधारित है, जिनका बाजार पूंजीकरण में 55-60 फीसदी का योगदान है। इसमें हालांकि वित्त और पेट्रोलियम कंपनियां शामिल नहीं हैं।

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Web Title: Companies will be 8-10 percent less than the previous quarter of June quarter, 50% higher than last year: Report

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