केंद्र ने छोटी बचत योजनाओं पर ब्याज दरों में की 1.1 प्रतिशत की बढ़ोतरी, भविष्य निधि में कोई बदलाव नहीं
By मनाली रस्तोगी | Published: December 30, 2022 07:53 PM2022-12-30T19:53:11+5:302022-12-30T19:55:53+5:30
भारत सरकार ने जनवरी से मार्च 2023 तिमाही के लिए लघु बचत योजनाओं पर ब्याज दरों में 1.1 प्रतिशत तक की वृद्धि की है।
नई दिल्ली: केंद्र सरकार ने शुक्रवार को डाकघर सावधि जमा, एनएससी (राष्ट्रीय बचत प्रमाणपत्र) और वरिष्ठ नागरिक बचत योजना सहित छोटी बचत योजनाओं पर ब्याज दरों में 1 जनवरी से 1.1 प्रतिशत तक की बढ़ोतरी की। यह कदम अर्थव्यवस्था में ब्याज दरों में मजबूती के अनुरूप उठाया गया है। हालांकि, पब्लिक प्रोविडेंट फंड (पीपीएफ) और बालिका बचत योजना सुकन्या समृद्धि पर ब्याज दरों में इस बार बदलाव नहीं किया गया है।
एक बयान में केंद्र ने कहा कि राष्ट्रीय बचत प्रमाणपत्र (एनएससी) पर 1 जनवरी से 7 प्रतिशत की ब्याज दर मिलेगी, जबकि वर्तमान में यह 6.8 प्रतिशत है। इसी तरह सीनियर सिटीजन सेविंग्स स्कीम पर 7.6 फीसदी के मुकाबले 8 फीसदी का ब्याज मिलेगा। इसी तरह 1 से 5 साल की अवधि की डाकघर सावधि जमा योजनाओं पर ब्याज दरों में 1.1 प्रतिशत तक की वृद्धि होगी।
Govt of India increases interest rates on small saving schemes upto 1.1% for the January to March 2023 quarter pic.twitter.com/1UYg92WZjt
— ANI (@ANI) December 30, 2022
मासिक आय योजना में भी 6.7 प्रतिशत से बढ़कर 7.1 प्रतिशत ब्याज मिलेगा। केंद्र द्वारा अक्टूबर-दिसंबर 2022 के लिए कुछ छोटी बचत योजनाओं पर ब्याज दरों में बढ़ोतरी के बाद सितंबर के बाद से यह दूसरी बढ़ोतरी है। जनवरी 2019 के बाद यह पहली बार बढ़ोतरी थी। इससे पहले किसान विकास पत्र (केवीपी) के लिए ब्याज दरों में बढ़ोतरी की गई थी।
वरिष्ठ नागरिक बचत योजना, मासिक आय खाता योजना, और दो और तीन साल के लिए सावधि जमा। दरों में 10-30 आधार अंकों की सीमा में वृद्धि की गई थी। बताते चलें कि छोटी बचत योजनाएं तीन श्रेणियों बचत जमा, सामाजिक सुरक्षा योजनाओं और मासिक आय योजना के अंतर्गत आती हैं।