नयी दिल्ली, 11 अगस्त मध्यम और लघु पूंजी श्रेणी के शेयरों में अत्यधिक उतार-चढ़ाव को रोकने के वास्ते बीएसई ने 1,000 करोड़ रुपये से कम बाजार पूंजीकरण वाले कुछ शेयरों पर नजर रखने के लिये नये निगरानी उपाय पेश किये हैं।
बीएसई ने बुधवार को एक सर्कुलर में कहा कि ये नये उपाय (ऐड-ऑन प्राइस बैंड फ्रेमवर्क), 1,000 करोड़ रुपये से कम की बाजार-पूंजीकरण वाली कंपनियों पर और एक्स, एक्सटी, जेड, जेडपी, जेडवाई और वाई समूह की प्रतिभूतियों पर लागू होगा।
बीएसई ने कहा कि इस संरचना के तहत "छांटी गई प्रतिभूतियों में साप्ताहिक, मासिक, त्रैमासिक मूल्य बैंड के स्थान पर छमाही, एक वर्षीय, दो साल और तीन वर्षीय मूल्य बैंड होंगे।"
इन प्रतिभूतियों में अतिरिक्त मूल्य दायरा उनके मौजूदा दैनिक मूल्य दायरे के अतिरिक्त होगा।
जियोजित फाइनेंसियल सर्विसिज के मुख्य निवेश रणनीतिकार वी के विजयकुमार ने कहा कि बीएसई की नई निगरानी व्यवस्था जिसमें कुछ खास शेयरों के लिये अतिरिक्त मूलय दायरा तय किया गया है, यह शेयर बाजार का समय पर उठाया गया कदम है। इससे इन शेयरों में अतिरिक्त सट्टेबाजी गतिविधियों को नियंत्रित किया जा सकेगा।
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