पांच मिनट में ऑटो या फिर पाएं 50 रुपये?, रैपिडो पर 1000000 रुपये का जुर्माना, विज्ञापन झूठे और उपभोक्ताओं को किया गुमराह

By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: August 21, 2025 12:36 IST2025-08-21T12:35:57+5:302025-08-21T12:36:50+5:30

नियामक ने रैपिडो के विज्ञापनों की जांच के बाद यह कार्रवाई की जिसमें ‘‘ पांच मिनट में ऑटो या 50 रुपये पाएं’’ और ‘‘गारंटीड ऑटो’’ का वादा किया गया था। उसने पाया कि ये विज्ञापन झूठे एवं उपभोक्ताओं को गुमराह करने वाले हैं।

Auto in 5 minutes or get 50 rupees Rapido fined Rs 10,00,000 advertisements false and mislead consumers | पांच मिनट में ऑटो या फिर पाएं 50 रुपये?, रैपिडो पर 1000000 रुपये का जुर्माना, विज्ञापन झूठे और उपभोक्ताओं को किया गुमराह

Rapido

Highlightsजून 2024 और जुलाई 2025 के बीच रैपिडो के खिलाफ शिकायतों की संख्या बढ़कर 1,224 हो गई।पिछले 14 महीने की अवधि में यह संख्या 575 थी।विज्ञापनों में गारंटी का दावा प्रमुखता से किया गया था।

नई दिल्लीः केंद्रीय उपभोक्ता संरक्षण प्राधिकरण (सीसीपीए) ने भ्रामक विज्ञापनों और अनुचित व्यापार प्रथाओं के लिए ऑनलाइन वाहन सेवा मंच रैपिडो पर 10 लाख रुपये का जुर्माना लगाया है। उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी। उपभोक्ता संरक्षण प्राधिकरण सीसीपीए ने रैपिडो को उन ग्राहकों को पैसे देने का निर्देश भी दिया है जिन्होंने कंपनी के ‘‘ पांच मिनट में ऑटो या फिर पाएं 50 रुपये ’’ ऑफर का इस्तेमाल किया था, लेकिन उन्हें यह राशि मिली नहीं। नियामक ने रैपिडो के विज्ञापनों की जांच के बाद यह कार्रवाई की जिसमें ‘‘ पांच मिनट में ऑटो या 50 रुपये पाएं’’ और ‘‘गारंटीड ऑटो’’ का वादा किया गया था। उसने पाया कि ये विज्ञापन झूठे एवं उपभोक्ताओं को गुमराह करने वाले हैं।

राष्ट्रीय उपभोक्ता ‘हेल्पलाइन’ के आंकड़ों से पता चला है कि जून 2024 और जुलाई 2025 के बीच रैपिडो के खिलाफ शिकायतों की संख्या बढ़कर 1,224 हो गई, जबकि उससे पिछले 14 महीने की अवधि में यह संख्या 575 थी। सीसीपीए की जांच से पता चला कि रैपिडो के विज्ञापनों में ‘डिस्क्लेमर’ बेहद छोटे या ऐसी शैली में प्रदर्शित किए गए थे कि उन्हें पढ़ पाना बेहद मुश्किल था।

50 रुपये के लाभ का वादा वास्तविक मुद्रा नहीं, बल्कि ‘‘50 रुपये तक’’ मूल्य के ‘‘रैपिडो सिक्के’’ थे जिनका उपयोग केवल मोटरसाइकिल की सवारी के लिए किया जा सकता था। साथ ही इनकी समय सीमा सात दिन के भीतर समाप्त हो जाती थी। प्राधिकरण ने पाया कि विज्ञापनों में गारंटी का दावा प्रमुखता से किया गया था।

लेकिन नियम व शर्तों में कहा गया था कि आश्वासन व्यक्तिगत चालकों द्वारा दिया गया था, न कि रैपिडो द्वारा। यह कंपनी से दायित्व हटाने का प्रयास था। मंत्रालय ने बयान में कहा, ‘‘ इस तरह के प्रतिबंधों ने ‘ऑफर’ की अहमियत को काफी हद तक कम कर दिया और उपभोक्ताओं को अनुचित रूप से कम समय के भीतर रैपिडो की दूसरी सेवा का उपयोग करने के लिए मजबूर कर दिया।’’

भ्रामक विज्ञापनों एवं समर्थनों की रोकथाम के लिए दिशानिर्देश 2022 के अनुसार, ‘डिस्क्लेमर’ (सूचना) मुख्य दावों का खंडन नहीं कर सकते या महत्वपूर्ण जानकारी नहीं छिपा सकते। सीसीपीए ने कहा कि रैपिडो ने अपने विज्ञापनों में महत्वपूर्ण शर्तों एवं समय सीमाओं को इस तरह से छिपा दिया था कि वे मुख्य दावे के बराबर प्रमुखता से दिखाई नहीं दे रहे थे।

रैपिडो 120 से अधिक शहरों में काम करता है और इसने कई क्षेत्रीय भाषाओं में लगभग 548 दिन तक भ्रामक अभियान चलाया। उपभोक्ताओं की कई शिकायतें सेवा में कमियों, ‘रिफंड’ न मिलने, अधिक पैसे वसूलने और वादा की गई सेवाएं न देने से जुड़ी हैं।

अधिकतर शिकायतों का, कंपनी के साथ साझा किए जाने के बावजूद निपटारा नहीं हो पाया। सीसीपीए ने उपभोक्ताओं से आग्रह किया कि वे स्पष्ट शर्तों के बिना ‘‘गारंटी’’ या ‘‘आश्वासन’’ देने वाले विज्ञापनों से सतर्क रहें। प्राधिकरण ने रैपिडो को भ्रामक विज्ञापन तुरंत बंद करने का आदेश दिया है।

Web Title: Auto in 5 minutes or get 50 rupees Rapido fined Rs 10,00,000 advertisements false and mislead consumers

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