लॉकडाउन में प्रवासी मजदूरों के लिए भगवान बनकर सामने आए बॉलीवुड एक्टर सोनू सूद की तारीफ इन दिनों हर जगह हो रही है। सोनू सूद लगातार प्रवासी मजदूरों को उनके घर पहुंचाने का काम कर रहे हैं। सोशल मीडिया पर लोग सोनू को अपनी परेशानी बताते हैं और इसके बाद वह उन्हें मदद का भरोसा देते हैं। ऐसा अब तक कई बार हो चुका है।
इसी बीच बॉलीवुड एक्टर सोनू सूद (Sonu Sood) संकट के इस समय में मसीहा बनकर सामने आए हैं और लोगों की मदद कर रहे हैं। लोग ट्विटर के जरिए भी सोनू सूद (Sonu Sood Twitter) से सहायता मांग रहे हैं, जिसका एक्टर पूरा रिस्पांस दे रहे हैं। सोनू इन दिनों असली हीरो की तरह से काम कर रहे हैं। ट्विटर यूजर ने ट्वीट किया कि सोनू सूद ऑनस्क्रीन भी विलन नहीं बल्कि हीरो का रोल करने के योग्य हैं। इस पर सोनू सूद ने दिल छूने वाला जवाब दिया।
सोनू इन दिनों हर का जवाब ट्विटर पर देते नजर आ रहे हैं। सोनू से फैंस किसी भी तरह के ट्वीट करें लेकिन एक्टर हर एक का जवाब दे रहे हैं। ऐसे में इस बीच एक महिला ने ट्वीट किया, डियर बॉलिवुड, जब ये सब खत्म हो जाए, क्या हम सोनू सूद को भाई और विलन के रोल से बचाकर उन्हें हीरो के रोल ऑफर कर सकते हैं? क्योंकि वह ऑनस्क्रीन भी हीरो का रोल प्ले करने के योग्य हैं।
सोनू पर बनेगी फिल्म
सोनू सूद के जीवन पर आधारित फिल्म बनने की तैयारी की जा रही है। सोनू पर ये फिल्म निर्देशक संजय गुप्ता बना सकते हैं। लेकिन खास बात ये है कि सोनू सूद इस फिल्म में नजर नहीं आएंगे।
इस फिल्म के लिए सुपरस्टार अक्षय कुमार को चुना जा सकता है। खबर के अनुसार सोनू तक ये बात पहुंच चुकी है।रिपोर्ट के अनुसार वह अभी तक 12 हजार मजदूरों को उनके घर यूपी-बिहार पहुंचा चुके हैं। उनका प्रयास अभी और जारी है। ये आंकड़ा इसी तरह रफ्तार से आगे बढ़ रहा है। ये सब जल्द दिखेगा फिल्मी पर्दे पर।
ऐसे तो बॉलीवुड की तमाम सेलेब्स लोगों की मदद कर रहे हैं। लेकिन जिस तरह से सोनू ने मजदूरों की मदद की है वह काबिले तारीफ है। हर तरफ सोनू की तारीफ की जा रही है। ये सब देखने के बाद ही संजय गुप्ता ने फिल्म बनाने की प्लानिंग की है।
फैंस सोशल मीडिया पर सोनू सूद के नाम से सोनू द सुपर हीरो, सोनू असली हीरो तरह के कई नाम ट्रेंड करा रहे हैं। वहीं उसे रियल लाइफ का सिंघम बता रहे हैं। बता दें कि ल़ॉकडाउन में अलग-अलग फंसे प्रवासी मजदूरों को सोनू सूद घर पहुंचाने का काम कर रहे हैं। सोनू सूद राज्य सरकार से परमिशन लेकर हर राज्य में प्रवासी मजदूरों के लिए बस चला रहे हैं। इसके साथ ही वह उनके खाने-पीने का भी खास ख्याल रख रहे हैं।