चेन्नई: मशहूर पार्श्व गायिका वाणी जयराम चेन्नई में अपने आवास पर मृत पाई गईं। समाचार एजेंसी एएनआई ने थाउजेंड लाइट्स पुलिस अधिकारियों के हवाले से ये जानकारी साझा की। उन्हें इस वर्ष के लिए पद्म भूषण पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। वह 78 वर्ष की थीं। उनके अचानक निधन की खबर से पूरे देश में शोक की लहर दौड़ गई। वह अपने करियर में 10,000 से अधिक गाने रिकॉर्ड करने के लिए जानी जाती थीं।
25 जनवरी को भारत सरकार ने वाणी जयराम को तीसरे सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार पद्म भूषण से सम्मानित किया था। दिग्गज गायिका को फैंस ने सोशल मीडिया के जरिए बधाई दी थी। 4 फरवरी को वाणी जयराम चेन्नई के नुंगमबक्कम में अपने घर में मृत पाई गईं। उसकी मौत का कारण अभी भी अज्ञात है। उनके पति जयराम ने 2018 में आखिरी सांस ली थी।
जानें वाणी जयराम के बारे में
कालीवानी के रूप में जन्मी वाणी जयराम शास्त्रीय रूप से प्रशिक्षित संगीतकारों के परिवार से थीं। उनका जन्म दुरईसामी अयंगर और पद्मावती से हुआ था। वह 1971 में एक पार्श्व गायिका बनीं और पांच दशकों से अधिक समय तक गाती रहीं। उन्होंने 19 से अधिक भाषाओं में गाया और राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार और राज्य सरकार के पुरस्कार जीते। वाणी जयराम को बड़ा ब्रेक 1971 में गुड्डी के साथ मिला। उन्होंने एमएस विश्वनाथन, केवी महादेवन, चक्रवर्ती, इलैयाराजा और सत्यम सहित कई दिग्गज संगीतकारों के साथ काम किया।