मुंबईः मौजूदा दौर की बहुचर्चित और विवादित फिल्म द कश्मीर फाइल्स के निर्देशक विवेक रंजन अग्निहोत्री ने फिल्म में दिखाए गए नरसंहार और तथ्यों को लेकर सवाल खड़े करनेवालों पर हमला बोला है। फिल्ममेकर ने अपने ट्विटर खाते से एक तस्वीर साझा की है और पोस्ट में लोगों से कहा कि जो लोग भी नरसंहार से इनकार करे और मामले को मरनेवालों की संख्या के जरिए मोड़ने की कोशिश करे उसे ये तस्वीर दिखा दीजिए।
निर्देशक ने पोस्ट में उमर अब्दुल्ला को भी टैग किया है। गौरतलब है कि जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला ने कहा है कि फिल्म ‘द कश्मीर फाइल्स’ में कई तरह के झूठ दिखाए गए हैं। उन्होंने कहा था कि जब कश्मीरी पंडित यहां से निकले तब उस दौरान फारूक अब्दुल्ला जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री नहीं थे उस समय राज्यपाल का राज था और देश में वी.पी. सिंह की सरकार थी जिसे BJP का समर्थन था।
अग्निहोत्री ने उमर अब्दुल्ला के इस बयान के प्रतिक्रिया में ये पोस्ट किया है। दरअसल फिल्ममेकर ने साल 1989 की एक तस्वीर साझा की है जो एक पीड़ित (रमेश कुमार) की है। अखबार में छपी इस तस्वीर के कैप्शन में लिखा गया है कि भारत माता की जय बोलने पर इस्लामी कट्टरपंथियों ने रमेश की जुबान काट दी।
इस तस्वीर को साझा करते हुए अग्निहोत्री ने लिखा- 'जब भी कोई नरसंहार से इनकार करनेवाला मरे हुए लोगों की संख्या पर बहस करके मामले को मोड़ने की कोशिश करे, उसे 1989 की यह रिपोर्ट दिखा दीजिए और पूछिए कि आप रमेश कुमार को कितने नंबर देंगे? वैसे उसे वक्त उमर अब्दुल्ला के पिता और शेख अब्दुल्ला के बेटे मुख्यमंत्री थे।'
इसी पोस्ट के कमेंट में विवेक रंजन ने एक और जानकारी दी। उन्होंने उस वक्स इस तस्वीर को खींचनेवाले पत्रकार के बारे में जानकारी दी है। विवेक ने लिखा, मुझे शैलेंद्र आइमा ने सूचित किया है कि यह तस्वीर उन्होंने जम्मू के गोटा भवन में खींची थी। धन्यवाद शैलेंद्र जी।
द कश्मीर फाइल्स 11 मार्च को रिलीज हुई थी। फिल्म बॉक्स ऑफिस पर 200 करोड़ के करीब पहुंच चुकी है। फिल्म पर काफी बहस हो रही है वहीं इसपर राजनीतिक पार्टियां भी आपस में जूझी हुई हैं। फिल्म में दिखाए कंटेंट को लेकर पक्ष-विपक्ष अपनी-अपनी दलीलें दे रह े हैं।