मूवी रिव्यू : सांड की आंखकलाकार : तापसी पन्नू, भूमि पेडनेकर, प्रकाश झा, विनीत कुमार सिंह आदिनिर्देशक : तुषार हीरानंदानीनिर्माता : अनुराग कश्यपस्टार : 2.5/5 शार्पशूटर प्रकाशी तोमर और चंद्रो तोमर को भरा कौन नहीं जानता है। दोनों के करियर और जीवन पर आधारित फिल्म अब पर्दे पर पेश की जा रही है। फिल्म 25 अक्टूबर को रिलीज की जाएगी। फिल्म में लीड रोल में तापसी पन्नू और भूमि पेडनेकर नजर आने वाली हैं। फिल्म में दिखाया गया है कि कैसे यूपी के बागपथ के जोहरी गांव की शूटर दादियों चन्द्रो और प्रकाशी तोमर शूटर बनीं। दोनों की बहादुरी और कुछ कर गुजरने की ताकत को फिल्म में दिखाया गया है। आइए जानते हैं कैसी है फिल्म-
फिल्म की कहानी
जोहरी गांव बागपथ की रहने वाली प्रकाशी तोमर और चंद्रो तोमर जो अपने घर परिवार को पूरी तरह से जी रही हैं। उनके परिवार में महिलाओं को बाहर जाने की इजाजत नहीं है। दोनों दादियों की जिंदगी केवल घर का काम बच्चे संभालना और खेत देखना है। उनके मर्दो को परेशानी ना और वह उनको पहचान सकें इसलिए वह अलग अलग रंग दुप्पटे पहनती हैं। सख्त नियमों में प्रकाशी और चंद्रो ने आधी उम्र निकाल दी है। लेकिन फिर वह चाहती हैं जैसी उनकी जिंदगी है वैसी उनकी बेटी या पोतियों की ना हो। लेकिन बेटियों और पोतियों की राह बनाते बनाते खुद प्रकाशी और चंद्र एक दिन शूटर दादी बन जाती हैं। इसके बाद कहानी में कई तरह के उतार चढा़व जाते हैं।
अभिनय
चंद्रो और प्रकाशी तोमर के किरदार में भूमि पेडकेकर और तापसी पन्नू ने खुद को काफी ढालने की कोशिश की है। फिल्म के कुछ सीन्स में दोनों ने इतनी शानदार एक्टिंग की है कि खुद को साबित कर दिया है कि ये रोल उनसे बेहतर कोई नहीं कर सकता था। विनीत कुमार जो फिल्म में यशपाल के रोल में बहुत की शानदार एक्टिंग की है। प्रकाश झा ने भी देसी हरियाणवी व्यक्ति का अच्छा किरदार निभाया है।
निर्देशन
तुषार हीरानंदानी ने फिल्म सांड की आंख से बतौर डायरेक्टर बॉलीवुड में डेब्यू किया है। इससे पहले वह हाफ गर्लफ्रेंड और ग्रेड ग्रैंड मस्ती, एक विलेन जैसी फिल्मों के राइटर रह चुके हैं। उन्होंने पर्दे पर शूटर दादी को काफी अच्छे से उतारा है। फिल्म में कई अच्छे डायलॉग्स का प्रयोग किया गया है। फिल्म आपको काफी हर तक पसंद आ सकती है।