सामने आए प्रवासी मजदूरों के 'मसीहा' सोनू सूद, फैंस से की किसी मरीज को गोद लेने की अपील
By मनाली रस्तोगी | Updated: August 8, 2020 20:38 IST2020-08-08T20:38:33+5:302020-08-08T20:38:33+5:30
सोनू सूद लगातार फैंस के बीच चर्चा का विषय बने हुए हैं। ऐसे में उन्होंने अपने फैंस से अपील की है कि वो आगे आकर किसी ना किसी मरीज की मदद करें।

सामने आए प्रवासी मजदूरों के 'मसीहा' सोनू सूद, फैंस से की किसी मरीज को गोद लेने की अपील
कोरोना वायरस के कारण जहां कई लोग बेरोजगार हो गए तो वहीं तमाम प्रवासी मजदूर सडकों पर आ गए। इस दौरान लोगों के मुश्किल समय में बॉलीवुड एक्टर सोनू सूद ने आगे आकर सभी मदद की, जिसके कारण उन्होंने काफी सुर्खियां बटोरीं। ऐसे में एक बार फिर सोनू चर्चा का विषय बने हुए हैं। दरअसल, सोनू ने ट्वीट कर फैंस से अपील की है कि वो आगे आकर किसी भी ज़रूरतमंद की मदद करें।
My humble request to everyone who can afford to help a needy🙏 Please come out of ur comfort world, adopt a patient in any hospital near you if you can or atleast someone’s medicine expenses. If you all do this I promise you half the misery will just vanish.🙏#wakeupcall
— sonu sood (@SonuSood) August 8, 2020
एक्टर ने हाल ही में ट्वीट कर लिखा, 'मेरा उन सबसे एक विनम्र निवेदन हैं, जोकि आगे आकर किसी भी जरूरतमंद की मदद कर सके। कृपया अपनी आरामदायक दुनिया से बाहर निकलिए और अपने आसपास के अस्पताल में किसी मरीज के दवा के खर्चों को बांटने की कोशिश करें। यदि आप यह सब करते हैं तो मैं आपसे वादा करता हूं कि आधा दुख ऐसे ही मिट जाएगा।' यही नहीं, उन्होंने फैंस से अपील की है कि वो किसी एक मरीज को गोद लें।
Heartbroken to know about the #Airindia tragedy..imagine the plight of the families who were waiting for their loved ones stranded abroad for months. No point in showing your concern only in words, It’s time to come together and do something for them.They need u. Do ur bit🙏
— sonu sood (@SonuSood) August 8, 2020
बता दें, सोनू सूद लगातार जरूरतमंद लोगों की सहायता बिना किसी स्वार्थ के कर रहे हैं, जिसकी वजह से अब उनकी हर जगह तारीफ हो रही है। मालूम हो, हाल ही में एक्टर ने कोझिकोड एयरपोर्ट पर दुर्घटनाग्रस्त हुए एयर इंडिया के विमान को लेकर भी ट्वीट किया था। उन्होंने लिखा था, 'एयर इंडिया हादसे के बारे में सुनकर खेद हुआ। उन परिवारों के बारे में सोचिए जो कितने समय से अपने घर के किसी ना किसी सदस्य से मिलने के लिए बेताब थे। यही समय है साथ में आगे आकर उनके लिए कुछ करने का। आप अपना हिस्सा पूरा करिए।'