सुर कोकिला लता मंगेशकर की तबीयत खराब होने की वजह से उन्हें सोमवार तड़के ब्रीच कैंडी अस्पताल के आईसीयू में भर्ती कराया गया था। रविवार देर रात 2 बजे लता जी को सांस लेने की तकलीफ हुई थी।दिग्गज गायिका लता मंगेशकर के स्वास्थ्य में अब सुधार के संकेत दिख रहे हैं लेकिन उन्हें पूरी तरह से ठीक होने में वक्त लगेगा। लेकिन गुरुवार शाम एक अफवाह सोशल मीडिया पर उड़ी कि लता मंगेशकर नहीं रहीं।
सोशल मीडिया पर इस तरह की अफवाह तेजी से उड़ी की अब लता जी अपने फैंस को छोड़कर चली गई हैं। उनके तरह तरह के ट्वीट उनके निधन को लेकर किए जाने लगे। लेकिन इसके बाद उनके परिवार की ओर से बयान आया कि वह पूरी तरह से स्वस्थ्य हैं।
उनकी टीम की ओर से यह बयान आया है कि लता मंगेशकर की हालात अब स्थिर है और लोग किसी भी तरह के अफवाहों पर ध्यान ना दें। टीम की ओर से यह भी कहा गया है कि किसी तरह के अफवाहों पर प्रतिक्रिया भी ना दें और लता दीदी की लंबी उम्र की कामना करें।
फिल्म निर्देशक मधुर भंडाकर ने भी लता मंगेशकर की हालत को स्थिर बताते हुए अफवाह ना फैलाने के लिए कहा
लता की पीआर टीम ने मंगलवार को एक बयान जारी कर कहा कि उनकी हालत ‘स्थिर’ है। बयान में कहा गया,‘‘ उनके पैरामीटर्स अच्छे हैं। सच कहें तो उन्होंने बहुत ही अच्छी लड़ाई लड़ी और वह उबर रही हैं। एक गायिका होने की वजह से उनके फेफड़ों की क्षमता मददगार रही है। वह सच में एक योद्धा हैं।
जब लता जी को अस्पताल से छुट्टी मिलेगी और वह घर वापस आएंगी तो हम सब को इसकी जानकारी देंगे। (हम) अनुरोध करते हैं कि हम फिलहाल उनके परिवार को वह दें जिसका वह हकदार है।’’ हिंदी, क्षेत्रीय और विदेशी भाषाओं में हजारों गीतों को अपनी आवाज दे चुकीं लता मंगेशकर ने इस वर्ष अपना आखिरी गीत ‘‘सौगंध मुझे इस मिट्टी की’’ रिकॉर्ड किया था जो 30 मार्च को रिलीज हुआ था। उन्हें 2001 में सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न प्रदान किया गया था।