फिल्म आदिपुरुष पर बोले मुकेश खन्ना- सेंसर बोर्ड हमारा माई-बाप नहीं, हिंदू देवी-देवताओं का मजाक मत उड़ाओ

By मनाली रस्तोगी | Published: October 8, 2022 03:12 PM2022-10-08T15:12:08+5:302022-10-08T15:14:23+5:30

मुकेश खन्ना और गजेंद्र चौहान ने आदिपुरुष के बारे में बात की और कहा कि लोगों को हमारे देवताओं का मजाक नहीं बनाना चाहिए। गजेंद्र ने यह भी कहा कि अगर रावण का लुक बदला गया तो दर्शक इसे स्वीकार नहीं करेंगे।

Mukesh Khanna on CBFC approving movies Censor Board is not our guardian | फिल्म आदिपुरुष पर बोले मुकेश खन्ना- सेंसर बोर्ड हमारा माई-बाप नहीं, हिंदू देवी-देवताओं का मजाक मत उड़ाओ

फिल्म आदिपुरुष पर बोले मुकेश खन्ना- सेंसर बोर्ड हमारा माई-बाप नहीं, हिंदू देवी-देवताओं का मजाक मत उड़ाओ

Highlightsफिल्म आदिपुरुष लगातार चर्चा का विषय बनी हुई हैमुकेश खन्ना का कहना है कि लोगों को हमारे देवताओं का मजाक नहीं बनाना चाहिए।गजेंद्र चौहान ने कहा कि अगर रावण का लुक बदला गया तो दर्शक इसे स्वीकार नहीं करेंगे।

मुंबई: अभिनेता मुकेश खन्ना और गजेंद्र चौहान ने फिल्म आदिपुरुष में मुख्य पात्रों में किए गए परिवर्तनों के बारे में बात की। एक इंटरव्यू के दौरान खन्ना ने कहा कि लोग हजारों कहानियां बना सकते हैं लेकिन 'हमारे देवी-देवताओं' का मजाक नहीं उड़ा सकते। उन्होंने दक्षिण की फिल्मों की तरह हिंदू पात्रों के प्रति सम्मान दिखाने की भी बात कही। 

वहीं, गजेंद्र चौहान ने कहा कि रावण 'हमारे इतिहास का एक अभिन्न चरित्र' है और अगर उसका रूप बदल दिया जाए तो दर्शक इसे स्वीकार नहीं करेंगे। मुकेश खन्ना और गजेंद्र चौहान ने ऐतिहासिक टीवी सीरियल महाभारत में पौराणिक किरदार निभाए थे। रवि चोपड़ा द्वारा निर्देशित इस सीरियल में मुकेश खन्ना ने भीष्म की भूमिका निभाई, जबकि गजेंद्र चौहान ने युधिष्ठिर की भूमिका निभाई थी। 

बीआर चोपड़ा द्वारा निर्मित इस टेलीविजन सीरियल में 94 एपिसोड शामिल थे। टाइम्स ऑफ इंडिया से बात करते हुए मुकेश खन्ना ने कहा, "उन्होंने कलयुग को महाभारत की व्याख्या के रूप में बनाया। लेकिन उन्होंने कभी नहीं कहा कि वे इसे दोहरा रहे हैं। रामायण और महाभारत जैसे महाकाव्यों को तकनीक से नहीं बनाया जा सकता। कुछ लोग कहते हैं कि जब सेंसर बोर्ड ने इसे पास किया है तो आप कौन होते हैं आपत्ति करने वाले?"

खन्ना ने आगे कहा, "सेंसर बोर्ड कोई हमारा माई-बाप नहीं है। यह सुप्रीम कोर्ट नहीं है। 1000 कहानियां बनाओ, लेकिन हमारे देवी-देवताओं का मजाक मत उड़ाओ। तभी आपकी फिल्म चलेगी। देखिए जब यहां बॉयकाॅट कल्चर था तब भी कार्तिकेय 2 ने कैसे काम किया। यदि आप हिंदू पात्रों का उपयोग करते हैं, तो उन्हें दक्षिण की फिल्मों की तरह सम्मान दिखाएं।"

गजेंद्र चौहान ने कहा, "जब भी राम लीला होती है तो राम ही राम के रूप में नजर आते हैं। इसलिए जब तक बोलने और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता है, आप किसी की भावनाओं या क्रॉस लाइन्स को आहत नहीं कर सकते। ये फिल्म निर्माता इन पात्रों के साथ कर रहे हैं और वे हर बार असफल रहे हैं। मैंने अपने चार दशक लंबे करियर में करीब 150 किरदार निभाए हैं।" 

उन्होंने आगे कहा, "मेरा मानना ​​है भगवान शिव को शिव के रूप में दिखाया जाना चाहिए, भगवान विष्णु को विष्णु के रूप में दिखाया जाना चाहिए। इसी तरह रावण भी हमारे इतिहास का अभिन्न चरित्र रहा है। अगर आप उनके लुक और माहौल को बदलने की कोशिश करेंगे तो दर्शक इसे कभी स्वीकार नहीं करेंगे।"

जब से ओम राउत की फिल्म आदिपुरुष के पहले टीजर का अनावरण किया गया, तब से फिल्म और रामायण का चित्रण चर्चा का एक विषय बना हुआ है। पौराणिक फिल्म की खराब वीएफएक्स और पात्रों की "गलत बयानी" के लिए आलोचना की गई है। आदिपुरुष में प्रभास को राघव (भगवान राम से प्रेरित), कृति सेनन को जानकी (माता सीता से प्रेरित) और सैफ अली खान को लंकेश (रावण से प्रेरित) के रूप में दिखाया गया है।

Web Title: Mukesh Khanna on CBFC approving movies Censor Board is not our guardian

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