फिल्म आदिपुरुष में लिखे डॉयलॉग्स का मनोज मुंतशिर ने किया बचाव, कहा- ऐसे संवाद पहले से ही हैं
By शिवेन्द्र कुमार राय | Published: June 17, 2023 03:08 PM2023-06-17T15:08:10+5:302023-06-17T15:10:21+5:30
आदिपुरुष के संवादों के लिए सोशल मीडिया पर सुनाई जा रही खरी खोटी के बीच लेखक मनोज मुंतशिर ने इसका बचाव किया है। उन्होंने कहा है कि ऐसे संवाद लिखने वाला मैं पहला व्यक्ति नहीं हूं, यह पहले से ही है।
नई दिल्ली: प्रभास औ कृति सनोन स्टारर फिल्म आदिपुरुष शुक्रवार को सिनेमाघरों में रिलीज हो गई है। इस फिल्म के डॉयलॉग मनोज मुंतशिर ने लिखे हैं और उनके द्वारा लिखे संवादों की सोशल मीडिया पर खूब आलोचना हो रही है। फिल्म में दिखाया गया है कि जब हनुमान लंका में जाते हैं तब मेघनाद उनसे कहता है, "तेरी बुआ का बगीचा है क्या जो हवा खाने चला आया"। वहीं लंका दहन के दौरान हनुमान का संवाद है कि "कपड़ा तेरे बाप का... तेल तेरे बाप का... आग तेरे बाप की, तो जलेगी भी तेरे बाप की।"
इन संवादों के लिए सोशल मीडिया पर सुनाई जा रही खरी खोटी के बीच लेखक मनोज मुंतशिर ने इसका बचाव किया है। रिपब्लिक वर्ल्ड के साथ एक साक्षात्कार में जब मुंतशिर से पूछा गया कि क्या यह उनकी ओर से की गई एक गलती है तो जवाब में उन्होंने कहा कि बजरंगबली के लिए संवाद लिखने में एक बहुत ही सावधानीपूर्वक विचार प्रक्रिया चली। हमने इसे सरल इसलिए बनाया है क्योंकि हमें एक बात समझनी है कि अगर किसी फिल्म में कई किरदार हैं तो वे सभी एक भाषा को नहीं बोल सकते। यह गलती नहीं है।
जब उनसे 'लंका दहन' सीक्वेंस के दौरान हनुमान के डायलॉग के बारे में और पूछा गया, जहां हनुमान के किरदार ने "तेल तेरे बाप का, आग भी तेरे बाप की, तो जलेगी भी तेरे बाप की।” डॉयलॉग बोला है तो मनोज मुंतशिर ने जवाब में कहा, "हम सभी रामायण को कैसे जानते हैं? हमारे यहां कथा वाचन की परंपरा है, हम पढ़ते भी हैं, लेकिन एक वाचन परंपरा भी है। रामायण एक ऐसा ग्रन्थ है जिसे हम बचपन से सुनते आए हैं, अखंड रामायण है, पाठ है और भी बहुत कुछ है। मैं एक छोटे से गाँव से आता हूँ जहाँ हमारी दादी-नानी हमें इसी भाषा में रामायण की कहानियाँ सुनाया करती थीं। एक बात और, आपने अभी जिस संवाद का उल्लेख किया है, उसे हमारे देश के बड़े-से-बड़े संतों, कथाकारों ने उसी प्रकार प्रयोग किया है, जैसे मैंने (आदिपुरुष में) लिखा है। मैं यह संवाद लिखने वाला पहला व्यक्ति नहीं हूं, यह पहले से ही है।"
बता दें कि फिल्म में दिखाए दृश्यों और संवादों को लेकर विवाद भी शुरू हो गया है। 'हिंदू सेना' नाम के एक संगठन ने फिल्म 'आदिपुरुष' के खिलाफ दिल्ली उच्च न्यायालय में एक जनहित याचिका दायर की है और दावा किया है कि फिल्म में भगवान राम, रामायण और संस्कृति का मजाक उड़ाया गया है। आदिपुरुष शुक्रवार को सिनेमाघरों में रिलीज हुई थी। 500 करोड़ रुपये के बजट वाली यह फिल्म हिंदी, तमिल, तेलुगु, मलयालम और कन्नड़ में रिलीज़ हुई है।