पद्मावती को दुनिया में कहीं नहीं होने देंगे रिलीज, 27 को चित्तौड़गढ़ में जुटेंगे देशभर के राजपूत: करणी सेना
By पल्लवी कुमारी | Published: January 6, 2018 10:47 AM2018-01-06T10:47:59+5:302018-01-06T11:21:42+5:30
करणी सेना के संस्थापक लोकेन्द्र कालवी विवादित फिल्म पद्मावती पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगाने की मांग कर रहे हैं।
संजय लीला भंसाली की अपकमिंग फिल्म पद्मावती को लेकर चल रहा विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। करणी सेना के संस्थापक लोकेन्द्र कालवी विवादित फिल्म पद्मावती पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगाने की मांग कर रहे हैं। उन्होंने इसके विरोध को लेकर लोगों से 27 जनवरी को चित्तौड़गढ़ में एकत्रित होने का आह्वान किया है। कालवी ने से कहा कि 27 जनवरी को राजपूत समाज के सभी सदस्य चित्तौड़गढ़ में एकत्रित होकर यह बताएंगे कि रानी पद्मावती का बलिदान व्यर्थ नहीं गया और फिल्म पर पूर्ण प्रतिबंध लगाया जाना चाहिए।
पुरजोर विरोध करेंगे करणी सेना
करणी सेना मुखिया ने यह भी कहा कि केन्द्र और राज्य सरकार को बताने का यह सबसे उचित समय है कि फिल्म को लेकर उनका किया गया ही फैसला अंतिम नहीं होगा। इस फिल्म को हम बैन करवा कर समाज के सामने एक उदाहरण पेश करेंगे। उन्होंने कहा कि फिल्म निर्माता संजय लीला भंसाली ने पहले फिल्म को इतिहास पर आधारित बताया था लेकिन बाद उन्होंने फिल्म को काल्पनिक बताया और आज तक वह इस स्थिति को स्पष्ट नहीं कर पाए हैं।
कालवी ने यह भी कहा कि फिल्म को किसी भी हाल में रिलीज नहीं होने देंगे। फिल्म पद्मावती की समीक्षा करने वाले विशेष स्क्रीनिंग पैनल ने अपने विचारों में बताया कि फिल्म के कुछ तथ्य राजपूत और मुस्लिम समाज को आहत कर सकते हैं, लेकिन सेंसर बोर्ड ने इन विचारों पर गौर नहीं किया है। जिसका हम पुरजोर विरोध करेंगे।
5 बदलावों के साथ फिल्म को रिलीज करने की मिली सहमति
बता दें कि पिछले दिनों सेंसर बोर्ड ने एक कमेटी से फिल्म का रिव्यू कराने के बाद 5 बदलावों के साथ इसकी रिलीज पर सहमति जताई थी। लेकिन राजपूत समाज के लोगों ने फिल्म का विरोध किया था। फिल्म 1 दिसंबर को रिलीज होना था लेकिन विवादों में घिरने के बाद फिल्म के रिलीज को टाल दिया गया था।
इसलिए हो रहा है पद्मावती का विरोध
राजस्थान में करणी सेना, बीजेपी नेता और हिंदूवादी संगठनों ने फिल्म पर इतिहास से छेड़छाड़ का आरोप लगाया। करणी सेना समेत कई राजपूत संगठनों आरोप है कि फिल्म में अलाउद्दीन खिलजी के किरदार का महिमामंडन किया गया है। अलाउद्दीन खिलजी और रानी पद्मावती के बीच ड्रीम सीक्वेंस भी फिल्माया गया है। राजपूत समाज का कहना है कि फिल्म में भी घूमर डांस को भी गलत तरीके से प्रस्तुत किया गया है। इनका कहना है कि पुरुषों के सामने रानियां घूमर नहीं करती थीं। जबकि फिल्म के घूमर गाने में राजा को भी दिखाया गया है।
दीपिका पादुकोण को मिली थी जान से मारने की धमकी
फिल्म में लीड एक्ट्रेस दीपिका पादुकोण हैं। इसके अलावा रणवीर सिंह और शाहिद कपूर भी अहम रोल में हैं। गौरतलब है कि फिल्म के ट्रेलर जारी होने के बाद ही इस पर विवाद शुरू हो गया था। करणी सेना समेत कई राजपूत संगठनों ने इसका कड़ा विरोध किया था। विरोध इतना ज्यादा बढ़ गया था कि फिल्म के डायरेक्टर संजय लीला भंसाली और दीपिका पादुकोण को जाने से मारने की धमकी भी मिलने लगी थी।