अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस से पहले लार्ज शॉर्ट फिल्म्स के यूट्यूब चैनल पर देवी नामक एक शॉर्ट फिल्म रिलीज हुई है। इस फिल्म को देखकर दर्शकों के आंसू रुक नहीं रहे। फिल्म में दिखाया गया है कि कैसे एक कमरे में सभी रेप पीड़ित महिलाएं एक-दूसरे के साथ रह रही हैं। भारत में औसतन रेप के 90 मामले रोज आते हैं, लेकिन सजा इनमें से एक तिहाई को भी नहीं मिल पाती है। देश की इसी लचर व्यवस्था पर चोट पहुंचाने का काम करती हैं फिल्म देवी।
फिल्म देवी में काजोल कहानी को शुरू से अंत तक बांधने का काम करती हैं। ये फिल्म दो दुनिया की बात करती है एक बाहर कि और अंदर वाली। 13 मिनट की इस फिल्म में दिखाया गया है कि कैसे एक कमरे के अंदर रेप पीड़ित कई सारी लड़कियां, महिलाए और वृद्ध औरतें मौजूद हैं। लेकिन इस घटना की शिकार हुईं और लड़कियां यहां रहने आना चाहती हैं, लेकिन कमरे में जगह नहीं होने के कारण सबके बीच आपसी बहस होती है।
वहीं फिल्म का अंत कुछ ऐसा बनाया गया है जिसे देखकर दर्शकों का कलेजा मुंह को आ जाता है। फिल्म देखने के बाद सोशल मीडिया पर फैंस लगातार अपने रिएक्शन दे रहे हैं। कुछ लोगों ने तो लिखा कि इसे देखने के बाद उनकी आंखों से आंसू थमने का नाम ही नहीं ले रहे थे।
इससे पहले अपनी फिल्म के प्रमोशन के दौरान काजोल ने मी टू अभियान के प्रभाव पर अपनी बात रखी थी। काजोल ने कहा कि आज के दौर में जहां महिलाओं के साथ कई तरह की आपराधिक घटनाएं घट रही हैं। ऐसे में देवी जैसी फिल्में समाज को आइना दिखाने का काम करती है। जेंडर बायस्ड पर काजोल ने काजोल ने बेबाक तरीके से अपनी बात रखते हुए कहा कि यह एक क्षेत्र से ज्यादा सोसायटी से संबंध रखता है।