बीते साल सोनू निगम ने लाउड स्पीकर से आने वाली अजान से आने वाली आवाज पर आपत्ति जताई थी, जिसके बाद काफी बवाल हुआ था और वह कट्टरपंथियों के निशाने पर आ गए थे। सोनू ने एक ट्वीट करके अजान से होने वाली अपनी परेशानी को बताया था। उन्होंने ट्वीट करके लिखा था कि जब मोहम्मद ने इस्लाम की स्थापना की थी, जब बिजली नहीं थी, फिर एडिसन के आविष्कार के बाद ऐसे चोंचलों की क्या जरूरत है। ऐसे में अब एक लंबे समय के बाद जावेद अख्तर सोनू के पक्ष में उतरे हैं। जावेद अख्तर ने इस विवाद को नई हवा दे दी है। उन्होंने सोनू निगम के उस बयान का समर्थन किया है कि किसी भी धार्मिक स्थल पर लाउडस्पीकर्स का उपयोग नहीं किया जाना चाहिए।
उन्होंने ट्वीट कर कहा कि मैं सोनू निगम और हर उस व्यक्ति से सहमत हूं, जो चाहते हैं कि किसी भी रिहायशी इलाके में बनी मस्जिद या फिर किसी अन्य धार्मिक स्थल पर लाउडस्पीकर का इस्तेमाल नहीं होना चाहिए। फिर क्या था यूजर्स की तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं आने लगी।
एक यूजर ने जावेद अख्तर पर निशाना साधते हुए ट्वीट कर कहा, वैसे तो आपके इस ट्वीट से ही आपके इरादे पता चल गए थे, लेकिन दूसरे ट्वीट्स देखकर आपके ढोंग के बारे में पता चल गया।
जावेद अख्तर ने इस यूजर को जवाब में कहा कि मैं हर गलत बात के खिलाफ आवाज उठाता हूां, मुश्किल यही है कि आप दूसरों की गलती तो मान सकते हैं मगर अपनी नहीं।
क्या है मामला
पिछले साल सोनू निगम ने लाउड स्पीकर से आने वाली अजान से आने वाली आवाज पर आपत्ति जताई थी, जिसके बाद काफी बवाल हुआ था और वह कट्टरपंथियों के निशाने पर आ गए थे। उस समय सोनू को कई कट्टरपंथी संगठनों ने उन्हें लेकर उग्र धमकियां भी दी थीं। सोनू एक ट्वीट करके अजान से होने वाली अपनी परेशानी को बताया था। उन्होंने ट्वीट करके लिखा था कि जब मोहम्मद ने इस्लाम की स्थापना की थी, जब बिजली नहीं थी. फिर एडिसन के आविष्कार के बाद ऐसे चोंचलों की क्या जरूरत है।
सोनू निगम ने ट्वीट किया है कि अगर वो मुस्लिम नहीं हैं तो मस्जिद की अजान की आवाज से उनको क्यों रोज सुबह उठना पड़ता है, साथ ही उन्होंने अपने ट्विटर अकाउंट पर यह भी लिखा कि कब तक हम लोगों को ऐसी धार्मिक रीतियों को जबरदस्ती ढोना पड़ेगा। इसके बाद काफी विवाद के बाद सोनू ने ट्विटर से अलविदा कह दिया था। अब एक बार फिर से उस मुद्दे को हवा देकर कुछ लोगों से उनकी जान को खतरा बताया जा रहा है। फिलहाल सोनू की ओर से इस बात को लेकर कोई बात सामने नहीं आई है।