कोरोना वायरस (Coronavirus) महामारी के कारण पूरे देश में लागू लॉकडाउन के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) मंगलवार को देश को संबोधित किया। देश को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने लॉकडाउन के चौथे चरण का ऐलान किया। इस दौरान पीएम मोदी ने कोरोना से लड़ते देश के लिए 20 लाख करोड़ रुपये के पैकेज के ऐलान करने के अलावा लॉकडाउन के चौथे चरण की भी घोषणा की।
पीएम मोदी ने कहा कि लॉकडाउन का चौथा चरण, लॉकडाउन 4 पूरी तरह नए रंग रूप वाला होगा, नए नियमों वाला होगा। राज्यों से हमें जो सुझाव मिल रहे हैं, उनके आधार पर लॉकडाउन 4 से जुड़ी जानकारी भी आपको 18 मई से पहले दी जाएगी। ऐसे में पीएम मोदी की स्पीच पर लेखक जावेद अख्तर ने सवाल खड़े किए हैं।
जावेद अख्तर ने अपने ट्वीट में लिखा कि 20 लाख करोड़ का आर्थिक पैकेज राष्ट्र के लिए वाकई में एक वरदान है, लेकिन 33 मिनट की स्पीच में एक भी शब्द प्रवासी मजदूरों के लिए नहीं था, जिन्हें इस समय जीवन जीने के लिए सबसे ज्यादा मदद की जरूरत थी।
जावेद अख्तर ने ट्वीट करके अपनी बात रखी है। जावेद अख्तर ने लिखा है कि 20 लाख करोड़ का आर्थिक पैकेज वाकई में राष्ट्र के लिए एक वरददान है, लेकिन 33 मिनट के भाषण में एक भी शब्द लाखों प्रवासी मजदूरों की दूर्दशा के बारे में नहीं कहा गया, जिन्हें अपने अपने अस्तित्व के लिए तत्काल मदद की जरूरत है। यह ठीक नहीं है।
पीएम मोदी ने अपने संबोधन के दौरान 20 लाख करोड़ रुपये के पैकेज का ऐलान किया। उन्होंने कहा, "कोरोना संकट का सामना करते हुए, नए संकल्प के साथ मैं आज एक विशेष आर्थिक पैकेज की घोषणा कर रहा हूं। ये आर्थिक पैकेज, 'आत्मनिर्भर भारत अभियान' की अहम कड़ी के तौर पर काम करेगा।"
उन्होंने कहा, "इन सबके जरिए देश के विभिन्न वर्गों को, आर्थिक व्यवस्था की कड़ियों को, 20 लाख करोड़ रुपये का संबल मिलेगा, सपोर्ट मिलेगा। 20 लाख करोड़ रुपये का ये पैकेज, 2020 में देश की विकास यात्रा को, आत्मनिर्भर भारत अभियान को एक नई गति देगा।