क्या टाइटन पनडुब्बी हादसे पर फिल्म बनाएंगे जेम्स कैमरून? जानिए टाइटैनिक के निर्देशक ने क्या जवाब दिया
By शिवेन्द्र कुमार राय | Published: July 16, 2023 02:31 PM2023-07-16T14:31:51+5:302023-07-16T14:33:39+5:30
टाइटैनिक जहाज के मलबे का दीदार करने के लिए टाइटन में सवार होकर गहरे समुद्र में उतरे पांच लोगों को 18 जून को इस पनडुब्बी में विस्फोट होने के कारण अपनी जान गंवानी पड़ी थी।
नई दिल्ली: फिल्म निर्माता जेम्स कैमरून ने टाइटन पनडुब्बी हादसे पर फिल्म बनाने की अटकलों को शनिवार को खारिज किया। टाइटैनिक जहाज के मलबे का दीदार करने के लिए टाइटन में सवार होकर गहरे समुद्र में उतरे पांच लोगों को 18 जून को इस पनडुब्बी में विस्फोट होने के कारण अपनी जान गंवानी पड़ी थी।
कैमरून ने 1997 में टाइटैनिक जहाज के एक बर्फीली चट्टान से टकराने के बाद समुद्र में डूबने की घटना पर आधारित फिल्म ‘टाइटैनिक’ का निर्देशन किया था। उन्होंने टाइटन हादसे पर फिल्म बनाने की अटकलों की शनिवार को ट्विटर पर सार्वजनिक रूप से निंदा की। कैमरून ने लिखा, “मैं आमतौर पर मीडिया में प्रसारित आपत्तिजनक अफवाहों पर प्रतिक्रिया नहीं देता, लेकिन मुझे ऐसा करना पड़ रहा है। मैं टाइटन हादसे पर फिल्म बनाने के बारे में नहीं सोच रहा हूं और न ही मैं कभी ऐसा करूंगा।”
I don’t respond to offensive rumors in the media usually, but I need to now. I’m NOT in talks about an OceanGate film, nor will I ever be.
— James Cameron (@JimCameron) July 15, 2023
कैमरून (68) ने हाल ही में एक अमेरिकी अखबार से बातचीत में कहा था कि वह टाइटन पनडुब्बी और टाइटैनिक जहाज से संबंधित हादसों में मौजूद ‘समानताओं से चकित’ हैं। पिछले महीने, अमेरिकी तटरक्षक बल ने कहा था कि टाइटन की खोज के दौरान मिला मलबा हादसे के शिकार हुए ‘टाइटैनिक जहाज के मलबे से मेल खाता है।’ टाइटन में हुए विस्फोट में पनडुब्बी की मलिकाना हक वाली कंपनी ओशनगेट एक्सपीडिशन के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) स्टॉकटन रश, शहजादा दाऊद और उनके बेटे सुलेमान दाऊद तथा हामिश हार्डिंग और पॉल-हेनरी नार्जियोलेट मारे गए थे।
टाइटैनिक का मलबा देखने के लिए गयी एक पनडुब्बी 'टाइटन' में केटास्ट्रोफिक इम्पलोजन (catastrophic implosion, एक विस्फोट) की वजह से सभी पांच लोगों की जान गई। ओशनगेट एक्सपीडिशन नामक कंपनी का यह अभियान था, जिसके तहत सभी समुद्र में जाकर टाइटैनिक का मलबा देखने गए थे।
पनडुब्बी का टेल कोन और अन्य मलबा उत्तरी अटलांटिक महासागर की गहराई में डूबे हुए टाइटैनिक जहाज से लगभग 1,600 फीट की दूरी पर मिले थे। 18 जून को यह पनडुब्बी सफर पर निकली थी। लेकिन पानी में उतरने के शुरुआती 2 घंटों में ही इससे संपर्क टूट गया था।