लाइव न्यूज़ :

कोविड-19 के दौरान अकेलेपन का शिकार हो गई थीं जैकलीन फर्नांडीस, एक्ट्रेस ने थेरेपी की ली मदद

By मनाली रस्तोगी | Updated: March 12, 2022 15:50 IST

साल 2020 में कोविड-19 के दौरान बॉलीवुड एक्ट्रेस जैकलीन फर्नांडीस अकेलेपन का शिकार हो गई थीं, जिसके बाद उन्होंने इससे निकलने के लिए मदद ली थी।

Open in App
ठळक मुद्देएक्ट्रेस का कहना है कि उन्हें खुशी है कि उन्होंने मदद लेने का फैसला किया और कुछ समय के लिए थेरेपी ली।जैकलीन ने कहा कि उन्हें अपनी परेशानियों के बारे में घर पर बताना अच्छा नहीं लगता।

मुंबई: कोरोना वायरस महामारी ने लोगों की नॉर्मल लाइफ को काफी प्रभावित किया है। कोविड-19 के कारण लोग कई महीनों के लिए ना सिर्फ अपने घरों में कैद हो गए बल्कि इसकी वजह से काफी लोगों की नौकरी और मानसिक स्वास्थ्य पर भी गहरा असर पड़ा। इस स्थिति से आमजन के साथ बॉलीवुड के सितारों को भी गुजरना पड़ा। वहीं, बॉलीवुड एक्ट्रेस जैकलीन फर्नांडीस ने इस दौरान हुए मानसिक तनाव को लेकर खुलकर बातचीत की।

एक्ट्रेस ने शिल्पा शेट्टी से बातचीत के दौरान खुलासा किया कि साल 2020 में उनके साथ क्या हुआ। जैकलीन ने बताया, "बहुत से लोगों नहीं मालूम था कि उनके साथ क्या हो रहा है। लोगों के साथ कई सारी चीजें हो रही थीं। लोगों की नौकरियां चली गईं। लोगों ने अपने खास व करीबी लोगों को खो दिया। मुझे एहसास हुआ कि मैं शायद अकेलेपन से गुजर रही थी। आप जानते हैं कि ऐसे बहुत से लोग हैं जो शहर में अकेले रहते हैं और उनके साथ उनका परिवार नहीं है। ऐसे में कई बार आपके पास बात करने के लिए लोग नहीं होते हैं।"

अपनी बात को जारी रखते हुए एक्ट्रेस ने कहा, "ऐसा कई बार होता है कि दूसरे शहर या जगह पर रहने के कारण आपके आसपास बात करने वाला नहीं होता। मैं अपने व्यक्तित्व की बात करूं तो मुझे अपनी दिक्कतों को लेकर लोगों को परेशान करने की आदत नहीं है। इसलिए मैं अपने दोस्तों या परिवारवालों के सामने कुछ ऐसी बातें लाना नहीं चाहती हूं जो उन्हें निराशाजनक लगें। मुझे नहीं पसंद कि वो जानें कि मैं स्ट्रगल कर रही हूं या मैं दुखी हूं या अकेली हूं। इस वजह से मैंने मदद मांगी।"

जैकलीन ने आगे कहा कि उन्हें खुशी है कि उन्होंने मदद लेने का फैसला किया और कुछ समय के लिए थेरेपी ली। एक्ट्रेस ने आगे कहा, "यह काफी अच्छा है कि अगर लोग थेरेपी के लिए नहीं जा सकते तो वो किसी न किसी के साथ बातचीत कर सकते हैं। जब मैं थेरेपी ले रही थी तो मैंने ये महसूस किया कि ज्यादातर समय मैं बस बोले जा रही थी और सामने वाला व्यक्ति बस मुझे सुन रहा था। साथ में वो व्यक्ति मुझसे कुछ ऐसे सवाल पूछ रहा था जिससे मैं ये सोचने में मजबूर हो गई कि मैं अकेली क्यों महसूस कर रही थी या मेरे मन में ऐसी भावना क्यों आई। 

जैकलीन फर्नांडीस ने आगे कहा कि काफी लोग थेरेपी को बेकार समझते हैं क्योंकि उसमें आपसे कुछ न कुछ करने को कहा जाएगा। मगर कई बार थेरेपी आपके आत्ममंथन के लिए होती है, जिसके लिए आपके पास कई बार समय नहीं होता है। फिलहाल, थेरेपी ने मुझे बहुत मदद की। बता दें कि जैकलीन फर्नांडीस जल्द ही जॉन अब्राहम के साथ फिल्म 'अटैक पार्ट 1' में नजर आने वाली हैं। ये फिल्म पहली अप्रैल को रिलीज होने वाली है।

टॅग्स :जैकलीन फर्नांडीज़कोविड-19 इंडियाCoronaकोरोना वायरसMental Health
Open in App

संबंधित खबरें

स्वास्थ्यअध्ययन: बच्चों में बढ़ती हिंसा और उसके मानसिक स्वास्थ्य पर प्रभाव

स्वास्थ्यमानसिक स्वास्थ्य दिवसः सबको ठीक करने वाले खुद हो रहे बीमार?, 36-48 घंटे की लगातार शिफ्ट!

स्वास्थ्यकिसी बात को लेकर अगर मन बदल जाए तो दिमाग क्या सोचता है

स्वास्थ्यCOVID-19 infection: रक्त वाहिकाओं 5 साल तक बूढ़ी हो सकती हैं?, रिसर्च में खुलासा, 16 देशों के 2400 लोगों पर अध्ययन

स्वास्थ्यमानसिक स्वास्थ्य के प्रति उदासीनता घातक 

बॉलीवुड चुस्की अधिक खबरें

बॉलीवुड चुस्कीDhurandhar Part 2 release date out: रणवीर सिंह की फिल्म यश की 'टॉक्सिक' और 'धमाल 4' से करेगी क्लैश

बॉलीवुड चुस्कीDhurandhar: फिल्म में दानिश पंडोर निभा रहे हैं उज़ैर बलूच का किरदार, कराची का खूंखार गैंगस्टर जो कटे हुए सिरों से खेलता था फुटबॉल, देखें उसकी हैवानियत

बॉलीवुड चुस्कीगूगल पर सबसे ज्यादा सर्च की गई फिल्में 2025, जिन्होंने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए, देखें पूरी लिस्ट

बॉलीवुड चुस्कीबहन कृतिका की हल्दी सेरेमनी में कार्तिक आर्यन का डांस, देखें तस्वीरें

बॉलीवुड चुस्कीWATCH: कार्तिक आर्यन ने बहन की हल्दी की रस्म में किया सलमान खान का चर्चित टॉवल डांस, भोजपुरी सॉन्ग में भी हिलाई कमरिया