Film Lights, Camera, Lies: कहानी और शानदार प्रदर्शन, जानें फिल्म "लाइट्स, कैमरा, लाइज़" के बारे में, देखें वीडियो
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: July 2, 2025 17:28 IST2025-07-02T16:25:22+5:302025-07-02T17:28:12+5:30
Film Lights, Camera, Lies: साबित कर दिया है कि शॉर्ट फिल्मों में भी गहराई, गति और भावनात्मक परतें बखूबी गूंथी जा सकती हैं।

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Film Lights, Camera, Lies: शॉर्ट फिल्म "लाइट्स, कैमरा, लाइज़" ने दर्शकों का ध्यान अपनी ओर खींचा है। दिनेश सुदर्शन सोई द्वारा निर्देशित और निर्मित यह फिल्म एक उच्च-ऊर्जा और आकर्षक जोड़ है जो शॉर्ट फिल्म की दुनिया में अपनी कहानी और शानदार प्रदर्शन के लिए चर्चित हो रही है।
कहानी कहने की एक अलग शैली
दिनेश सुदर्शन सोई केवल निर्देशक ही नहीं हैं, बल्कि वे एक सधे हुए लेखक और विज़नरी भी हैं। “लाइट्स, कैमरा, लाइज़” के ज़रिए उन्होंने यह साबित कर दिया है कि शॉर्ट फिल्मों में भी गहराई, गति और भावनात्मक परतें बखूबी गूंथी जा सकती हैं। इस फिल्म में उनका निर्देशन इतना प्रभावी है कि दर्शक एक पल के लिए भी कहानी से नहीं कटते।
तेज और टाइट नैरेटिव
दिनेश सोई ने मात्र कुछ ही मिनटों की फिल्म में कहानी को इस कुशलता से बुना है कि वह न तो अधूरी लगती है और न ही ज़्यादा खिंची हुई। हर दृश्य का उद्देश्य साफ है और उसका प्रभाव भी गहरा।
भावनात्मक संतुलन
फिल्म में एक्शन जितना तेज है, इमोशन उतना ही ठहरा हुआ। निर्देशक ने हिंसा और संवेदना के बीच एक बेहद महीन लेकिन मजबूत संतुलन बनाए रखा है, जो फिल्म की सबसे बड़ी उपलब्धि है।
कैरेक्टर डेवलपमेंट में बारीकी
मुख्य किरदार “आदी” की मानसिकता, उसकी पीड़ा और उसकी लड़ाई को निर्देशक ने सिर्फ संवादों से नहीं, बल्कि *दृश्य भाषा* और *बॉडी लैंग्वेज* के जरिए भी प्रभावशाली बनाया है।
विज़ुअल स्टोरीटेलिंग
सोई ने फिल्म में सिनेमैटोग्राफर के साथ मिलकर ऐसे फ्रेम्स गढ़े हैं जो दर्शकों के ज़हन में रह जाते हैं। हर शॉट सोच-समझकर लिया गया है ताकि वह कहानी में योगदान दे, न कि केवल सौंदर्य बढ़ाए।
क्यों है यह निर्देशन खास?
दिनेश सोई ने यह दिखाया कि शॉर्ट फिल्में भी फुल-लेंथ सिनेमाई अनुभव दे सकती हैं। उन्होंने युवा प्रतिभाओं को मौका देने के साथ-साथ एक ऐसा कंटेंट क्रिएट किया, जो ग्लोबल स्तर पर सराहा जा सकता है।उन्होंने एक्शन और इमोशन को क्लिच बनने से बचाकर इसे ताजगी से पेश किया है।
एक सोचने पर मजबूर करने वाला निर्देशक
दिनेश सुदर्शन सोई की यह फिल्म सिर्फ एक कहानी नहीं है, यह एक मूड है। यह एक सवाल भी उठाती है क्या सच दिखता है या झूठ ही सबसे बड़ा पर्दा है?
“लाइट्स, कैमरा, लाइज़” निर्देशक दिनेश सुदर्शन सोई की सोच, समझ और संवेदना का परिणाम है। उनका निर्देशन यह दर्शाता है कि अगर दृष्टिकोण स्पष्ट हो, तो सीमित समय और साधनों में भी एक यादगार फिल्म बनाई जा सकती है। यदि आप डायरेक्शन के शौकीन हैं या एक नए फिल्ममेकर के काम को समझना चाहते हैं तो यह फिल्म आपके लिए एक मास्टरक्लास से कम नहीं।
*फिल्म: *लाइट्स, कैमरा, लाइज़
*निर्देशक/लेखक*: दिनेश सुदर्शन सोई
*स्टारः आचिन्त्य राजावत
*रिलीज़ डेट*: 1 जुलाई 2025
*स्ट्रीमिंग प्लेटफ़ॉर्म*: अमेज़न प्राइम वीडियो, शॉर्ट्स टीवी नेटवर्क
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