मुंबई, 17 मार्च; बॉलीवुड के बेहतरीन एक्टर इरफान खान न्यूरो एंडोक्राइन ट्यूमर से दिनों जूझ रहे हैं। इस बात की जानकारी खुद इरफान खान ने ट्वीट करके दी है। इरफान खान ने बताया कि उन्हें न्यूरो एंडोक्राइन ट्यूमर है। हालांकि सोशल मीडिया पर इस बात की अफवाह थी कि उनको ब्रेन कैंसर है। इरफान खान की इस बीमारी के पता चलने के बाद अब सबके मन में यही सवाल उठ रहा है कि क्या इरफान इस बीमारी से उभर पाएंगे। सोशल मीडिया पर 6 से 9 महीने को लेकर एक अफवाह भी उड़ी थी कि इरफान के पास सिर्फ अब इतना ही वक्त है। लेकिन आइए जानते हैं इसपर डॉक्टर का क्या कहना है...
गंगाराम अस्पताल के गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल सर्जरी के चेयरमैन डॉ. सौमित्र रावत ने टाइम्स ऑफ इंडिया को बताया है कि इस बीमारी के नाम में न्यूरो शब्द होने के बाद भी इसका मस्तिष्क से कोई खासा कनेक्शन नहीं है। न्यूरो एंडोक्राइन ट्यूमर ज्यादातर अग्नाशय, फेफड़े , छोटी आंत, बड़ी आंत व पेट के अन्य हिस्सों में होता है। यह दुर्लभ बीमारियों की श्रेणियों में आता है लेकिन इसका इलाज संभव है।
डॉ. सौमित्र रावत ने कहा कि अगर शुरुआती चरण में बीमारी का पता चल जाए तो सर्जरी कर ट्यूमर निकाल दिया जाता है। एडवांस स्टेज में कीमो व रेडियोथेरेपी की जरूरत पड़ती है। उन्होंने कहा कि एप्पल कंपनी के संस्थापक स्टीव जॉब्स का निधन इस बीमारी के कारण ही हुआ था। उनके पैंक्रियाज में न्यूरोएंडोक्राइन ट्यूमर था।