मुंबई हमले पर जावेद अख्तर के बयान की अली जफर ने की आलोचना, कहा- कोई पाकिस्तानी अपने देश के खिलाफ किसी बयान की सराहना नहीं करेगा
By मनाली रस्तोगी | Published: February 24, 2023 12:37 PM2023-02-24T12:37:13+5:302023-02-24T12:39:50+5:30
जहां 26/11 के मुंबई आतंकी हमलों के साजिशकर्ताओं के बारे में बात करने के लिए जावेद अख्तर की भारत में सराहना की जा रही है, वहीं अली जफर ने उनके भाषण को असंवेदनशील बताया है।
लाहौर: पाकिस्तानी अभिनेता अली जफर ने पाकिस्तान में फैज मेले में जावेद अख्तर के भाषण के वायरल होने के बाद उनकी आलोचना की। जहां 26/11 के मुंबई आतंकी हमलों के साजिशकर्ताओं के बारे में बात करने के लिए जावेद अख्तर की भारत में सराहना की जा रही है, वहीं अली जफर ने उनके भाषण को असंवेदनशील बताया है।
अली ने अपनी इंस्टाग्राम स्टोरीज पर कहा कि जावेद अख्तर की टिप्पणी से लोगों की 'भावनाओं को गहरी ठेस पहुंच सकती है'। उन्होंने लिखा, "दोस्तों, मैं आप सभी से प्यार करता हूं और वास्तव में आपकी प्रशंसा और आलोचना को समान रूप से महत्व देता हूं। लेकिन मैं हमेशा एक बात का अनुरोध करता हूं- किसी भी निष्कर्ष या निर्णय पर पहुंचने से पहले तथ्यों की जांच-पड़ताल कर लें।"
उन्होंने आगे लिखा, "मैं फैज मेले में मौजूद नहीं था और न ही मुझे पता था कि अगले दिन जब तक मैंने इसे सोशल मीडिया पर देखा, तब तक क्या कहा गया था। मुझे एक पाकिस्तानी होने पर गर्व है और स्वाभाविक रूप से कोई भी पाकिस्तानी अपने देश या लोगों के खिलाफ किसी भी बयान की सराहना नहीं करेगा, विशेष रूप से दिलों को करीब लाने के लिए आयोजित कार्यक्रम में।"
अली जफर ने आगे कहा, "हम सभी जानते हैं कि आतंकवाद के कारण पाकिस्तान ने कितना कुछ सहा है और झेल रहा है और इस तरह की असंवेदनशील और अनावश्यक टिप्पणी से बहुत से लोगों की भावनाओं को ठेस पहुंच सकती है।" इससे पहले जावेद अख्तर को एक पार्टी में होस्ट करने की बात अली जफर ने ट्विटर पर शेयर की थी।
अली ने जावेद अख्तर को लेकर ट्वीट करते हुए लिखा था, "उनकी मेजबानी करना सम्मान की बात थी। मेरा हमेशा से मानना रहा है कि कला और संगीत सीमाओं को पार करते हैं और लोगों को एक साथ लाने का सबसे अच्छा तरीका है। प्रेम ही शांति का एकमात्र मार्ग है। अपनी उपस्थिति से हमें अनुग्रहित करने के लिए धन्यवाद जावेद अख्तर साहब. हमें जोड़े रखने के लिए फैज साहब का शुक्रिया।"
क्या कहा था जावेद अख्तर ने?
जावेद अख्तर ने कहा था कि 26/11 के मुंबई आतंकवादी हमलों के गुनहगार नॉर्वे या मिस्र से नहीं आए थे, बल्कि पाकिस्तान में अब भी खुलेआम घूम रहे हैं और जब भारत 2008 की इस भयावह घटना की बात करता है, तो पाकिस्तानियों को बुरा नहीं मानना चाहिए। अख्तर ने प्रसिद्ध उर्दू शायर फैज अहमद फैज की याद में लाहौर में आयोजित सातवें फैज उत्सव में यह बात कही जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर मौजूद है।
जब एक श्रोता ने अख्तर से कहा कि वह अपने साथ शांति का संदेश लेकर जाएं और भारतीयों से कहें कि पाकिस्तान 'एक सकारात्मक, मित्रवत और प्यार करने वाला देश' है, इस पर अख्तर (78) ने कहा, "हमें एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप नहीं लगाने चाहिए। इससे कुछ हासिल नहीं होगा। माहौल तनावपूर्ण है, जिसे शांत किया जाना चाहिए। हम मुंबई के लोग हैं, हमने हमारे शहर पर हमला देखा है। वे (हमलावर) नॉर्वे या मिस्र से नहीं आए थे। वे अब भी आपके मुल्क में खुलेआम घूम रहे हैं..तो ये शिकायत किसी हिंदुस्तानी के दिल में हो, तो आपको बुरा नहीं लगना चाहिए।"