World Photography Day 2024: फोटोग्राफी की दुनिया आज बदल चुकी है. दरअसल एक जमाना था, जब लोगों को फोटो खिंचवाने के लिए फोटो स्टूडियो तक जाना पड़ता था लेकिन अब प्राय: हर व्यक्ति के पास कैमरे वाले फोन हैं, जिनसे बड़ी आसानी से कहीं भी और कभी भी तस्वीरें खींची जा सकती हैं और उन्हें सहेजकर रखा जा सकता है.
यह अलग बात है कि हर जेब में मोबाइल होने और हर व्यक्ति के फोटोग्राफर बन जाने के बाद भी दुनियाभर में अच्छे फोटोग्राफर कम ही हैं. दरअसल एक अच्छा फोटो प्राप्त करने की पहली शर्त है आंखों से दिखाई देने वाले दृश्य को कैमरे की मदद से एक फ्रेम में बांधना, प्रकाश, छाया, कैमरे की स्थिति, उचित एक्सपोजर तथा उचित विषय का चुनाव करना इत्यादि.
अच्छे फोटो के बारे में पेशेवर फोटोग्राफरों का कहना है कि कैमरे के फ्रेम में क्या लेना है, इससे ज्यादा किसी भी अच्छे फोटोग्राफर को इस बात का ज्ञान होना बेहद जरूरी है कि उसे फ्रेम के बाहर क्या-क्या छोड़ना है. किसी भी फोटो में स्पष्ट दिखने वाली ऐसी ही मानवीय संवेदनाओं के कारण प्रायः कहा भी जाता है कि एक फोटो हजार शब्दों के बराबर होता है.
फोटोग्राफी के क्षेत्र में लोगों के बीच जागरूकता पैदा करने तथा विश्वभर के फोटोग्राफरों को एकजुट करने के उद्देश्य से प्रतिवर्ष 19 अगस्त को विश्व फोटोग्राफी दिवस मनाया जाता है. दरअसल दुनियाभर में फोटोग्राफी के शौकीन ऐसे लोगों की कमी नहीं है, जिन्होंने फोटोग्राफी को ही अपना कैरियर बना लिया है.
विश्व फोटोग्राफी दिवस की योजना की शुरुआत ऑस्ट्रेलियाई फोटोग्राफर कोर्स्के आरा द्वारा वर्ष 2009 में की गई थी और उसके बाद विश्व फोटोग्राफी दिवस पर 19 अगस्त 2010 को पहली वैश्विक ऑनलाइन फोटो गैलरी का आयोजन किया गया.
उस दिन दुनियाभर के 250 से भी ज्यादा फोटोग्राफरों ने अपनी खींची तस्वीरों के माध्यम से अपने विचारों को साझा किया था और 100 से भी ज्यादा देशों के लोगों ने उस ऑनलाइन फोटो गैलरी को देखा था, इसीलिए वह दिन फोटोग्राफी के शौकीनों और पेशेवर फोटोग्राफरों के लिए एक ऐतिहासिक दिन बन गया था. ‘विश्व फोटोग्राफी दिवस’ आज से करीब 185 वर्ष पहले फोटोग्राफी को लेकर घटी एक घटना की याद में मनाया जाने लगा.
दरअसल जनवरी 1839 में फ्रांस में जोसेफ नीसपोर और लुई डागुएरे ने डॉगोरोटाइप प्रक्रिया के आविष्कार की घोषणा की थी, जिसे दुनिया की पहली ‘फोटोग्राफी प्रक्रिया’ माना जाता है. वर्ष 1839 में वैज्ञानिक सर जॉन एफ डब्ल्यू हश्रेल ने पहली बार ‘फोटोग्राफी’ शब्द का उपयोग किया था.
फ्रांसीसी वैज्ञानिक आर्गो ने 7 जनवरी 1839 को फ्रेंच अकादमी ऑफ साइंस के लिए इस पर एक प्रोसेस रिपोर्ट तैयार की और फ्रांस सरकार ने यह रिपोर्ट खरीदकर 19 अगस्त 1839 को इस आविष्कार की घोषणा करते हुए इसका पेटेंट प्राप्त कर आम लोगों के लिए इस प्रक्रिया को मुफ्त घोषित किया था. इसीलिए ‘विश्व फोटोग्राफी दिवस’ मनाने के लिए 19 अगस्त का दिन ही निर्धारित किया गया.