लाइव न्यूज़ :

ब्लॉग: चीन गीदड़ भभकियां देने का उस्ताद है, नैन्सी पेलोसी की ताइवान यात्रा ने भी इसे साबित किया

By वेद प्रताप वैदिक | Updated: August 4, 2022 13:10 IST

चीन नैन्सी पेलोसी की ताइवान यात्रा के कारण इतना नाराज हो गया हैं कि उसने ताइवान जानेवाली हर चीज पर प्रतिबंध लगा दिया हैं. संतोष का विषय है कि चीन की तमाम धमकियों के बावजूद पेलोसी ने शांतिपूर्वक अपनी ताइवान-यात्रा संपन्न कर ली.

Open in App

अमेरिकी कांग्रेस की अध्यक्ष नैन्सी पेलोसी की ताइवान-यात्रा पर सारी दुनिया का ध्यान केंद्रित हो गया था. न तो ताइवान कोई महाशक्ति है और न ही पेलोसी अमेरिका की राष्ट्रपति है. फिर भी उनकी यात्रा को लेकर इतना शोर-शराबा क्यों मच गया? इसीलिए कि दुनिया को यह डर लग रहा था कि ताइवान कहीं दूसरा यूक्रेन न बन जाए. 

यहां तो एक तरफ चीन है और दूसरी तरफ अमेरिका! यदि ताइवान को लेकर ये दोनों महाशक्तियां भिड़ जातीं तो तीसरे विश्व-युद्ध का खतरा पैदा हो सकता था लेकिन संतोष का विषय है कि पेलोसी ने शांतिपूर्वक अपनी ताइवान-यात्रा संपन्न कर ली है.

चीन मानता है कि ताइवान कोई अलग राष्ट्र नहीं है बल्कि वह चीन का अभिन्न अंग है. यदि अमेरिका चीन की अनुमति के बिना ताइवान में अपने किसी बड़े नेता को भेजता है तो यह चीनी संप्रभुता का उल्लंघन है. पेलोसी के वहां जाने का अर्थ कुछ दूसरा ही है. चीन ने ताइवान के चारों तरफ कई लड़ाकू जहाज और जलपोत डटा दिए हैं. 

अमेरिका ने भी अपने हमलावर जहाज, प्रक्षेपास्त्र और जलपोत आदि भी तैनात कर दिए हैं. डर यह लग रहा था कि यदि गलती से एक भी हथियार का इस्तेमाल किसी तरफ से हो गया तो भयंकर विनाश-लीला छिड़ सकती है. चीन इस यात्रा के कारण इतना क्रोधित हो गया हैं कि उसने ताइवान जानेवाली हर चीज पर प्रतिबंध लगा दिया हैं. 

ताइवान भी इतना डर गया था कि उसने अपने सवा दो करोड़ लोगों को बमबारी से बचाने के लिए सुरक्षा का इंतजाम कर लिया था. वे ताइवानी नेताओं से खुलकर मिली हैं और अमेरिका चीन के खिलाफ बराबर खम ठोक रहा है. जो बाइडेन की सरकार के लिए पेलोसी की ताइवान-यात्रा और अल-कायदा के सरगना अल-जवाहिरी का उन्मूलन विशेष उपलब्धि बन गई है. 

चीन ने जवाहिरी की हत्या पर भी अमेरिका की आलोचना की है. चीन और अमेरिका के बीच बढ़ते हुए तनाव के कारण चीन ने हिंद-प्रशांत क्षेत्र में बने चार देशों के चौगुटे की भी खुलकर निंदा की थी. पेलोसी की इस ताइवान-यात्रा ने सिद्ध कर दिया है कि चीन कोरी गीदड़ भभकियां देने का उस्ताद है. पेलोसी की इस यात्रा ने अमेरिका की छवि चमका दी है और चीन की छवि को धूमिल कर दिया है. 

टॅग्स :नैंसी पेलोसीTaiwanचीनअमेरिका
Open in App

संबंधित खबरें

भारतPutin India Visit: पुतिन ने राजघाट पर महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि दी, देखें वीडियो

विश्वTrump Health Report: व्हाइट हाइस ने जारी किया राष्ट्रपति ट्रंप का एमआरआई स्कैन, जानें हेल्थ रिपोर्ट में क्या आया सामने

विश्वअमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के लिए दो तीखे लाल मिर्च..!

कारोबार‘आधी भारतीय’ मेरी ‘पार्टनर’ शिवोन जिलिस?, एलन मस्क ने कहा-बच्चे का नाम नोबेल पुरस्कार विजेता सुब्रमण्यन चंद्रशेखर के नाम पर शेखर रखा

विश्व1 December, 2025: नगालैंड भारत का 16वां राज्य बना, मार्टिन लूथर किंग जूनियर के नेतृत्व में अश्वेत आंदोलन?, एक दिसंबर की तारीख पर दर्ज महत्वपूर्ण घटनाएं

विश्व अधिक खबरें

विश्वड्रोन हमले में 33 बच्चों सहित 50 लोगों की मौत, आरएसएफ और सूडानी सेना के बीच जारी जंग

विश्वFrance: क्रिसमस इवेंट के दौरान ग्वाडेलोप में हादसा, भीड़ पर चढ़ी कार; 10 की मौत

विश्वपाकिस्तान: सिंध प्रांत में स्कूली छात्राओं पर धर्मांतरण का दबाव बनाने का आरोप, जांच शुरू

विश्वअड़चनों के बीच रूस के साथ संतुलन साधने की कवायद

विश्वलेफ्ट और राइट में उलझा यूरोप किधर जाएगा?