फ्लोर टेस्ट में फेल होने की डर से येदियुरप्पा ने 'रोते-रोते' दिया इस्तीफा, सदन में किया राष्ट्रगान का 'अपमान'
By खबरीलाल जनार्दन | Published: May 19, 2018 05:59 PM2018-05-19T17:59:53+5:302018-05-19T18:09:23+5:30
कर्नाटक विधानसभा में फ्लोर टेस्ट उतरने से पहले ही एक भावुक भाषण के बाद कर्नाटक के 55 घंटे मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने इस्तीफा दे दिया।
कर्नाटक विधानसभा में फ्लोर टेस्ट उतरने से पहले ही एक भावुक भाषण के बाद कर्नाटक के 55 घंटे मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने इस्तीफा दे दिया। ऐसे में राज्यपाल और सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें कनार्टक विधानसभा में बहुमत साबित करने का मौका दिया था, वह उन्होंने गंवा दिया। लेकिन अपनी सरकार जाने से वह इस कदर मायूस हुए कि वहां विधानसभा की बैठक संपन्न होने पर शुरू हो रहे राष्ट्रगान से पहले ही उठकर चले गए।
इससे पहले उन्होंने कर्नाटक की जनता को लेकर अपनी प्रतिबद्धता का जिक्र करते हुए कहा कि वह सालों-साल से कर्नाटक की जनता के लिए खुद को समर्पित कर रखा है। उन्होंने इस बार भी कर्नाटक को लेकर कुछ सपने देख लिए थे। लेकिन कांग्रेस उन्हें ऐसा नहीं करने दे रही है। यह कहते-कहते उनका गला भर आया।
स्थानीय न्यूज चैनल टीवी 5 के अनुसार येदियुरप्पा ने कुल 13 पन्नों का भाषण तैयार किया था। लेकिन विधानसभा में उनके लिए ऐसे हालात बने कि वह पूरा भाषण नहीं पढ़ पाए। वह आधा भाषण पढ़ने के दौरान ही भावुक होकर अपने इस्तीफे का घोषणा किया और वहां से चले गए। तब उन्हें यह भी खयाल नहीं रहा कि उनके भाषण ठीक बाद वहां राष्ट्रगान बजने जा रहा था। (जरूर पढ़ेंः कांग्रेस के सबसे गरीब विधायक हुए थे लापता, ढूंढ़ने में लगाना पड़ा एड़ी-चोटी का दम)
इससे पहले राष्ट्रगीत औ राष्ट्रगान कर्नाटक चुनाव प्रचार के दौरान भी मुद्दा बने थे। जब राहुल गांधी की एक सभा में राष्ट्रगीत को एक लाइन गाकर खत्म कराने का आदेश देते एक कांग्रेसी नेता सुने गए थे। इसके बाद बीजेपी ने उन्हें निशाने पर लिया था।
अब जब कांग्रेस को मौका लगा तो कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने कर्नाटक में बीजेपी सरकार गिरने के उपलच्छ में किए गए प्रेस कॉन्फ्रेंस में इस बात का जिक्र किया कैसे येदियुरप्पा बिना राष्ट्रगान के वहां से चले गए।