लाइव न्यूज़ :

Sardar Vallabhbhai Patel: राष्ट्र की एकता के शिल्पकार थे सरदार पटेल

By योगेश कुमार गोयल | Updated: December 15, 2025 05:42 IST

Remembering Sardar Vallabhbhai Patel: सरदार वल्लभभाई पटेल का सबसे बड़ा और सबसे प्रासंगिक संदेश एकता की अनिवार्यता में निहित है.

Open in App
ठळक मुद्देRemembering Sardar Vallabhbhai Patel: आगे चलकर भारत के राजनीतिक रूपांतरण का सूत्रधार बना.Remembering Sardar Vallabhbhai Patel: सरदार पटेल की विरासत केवल 565 रियासतों को एकीकृत करने तक सीमित नहीं है. Remembering Sardar Vallabhbhai Patel: युवा, अपने जीवन में परिवर्तन लाने की प्रेरणा देते हैं.

Remembering Sardar Vallabhbhai Patel: 15 दिसंबर को हम भारत के महान राष्ट्रनेता सरदार वल्लभभाई पटेल को सम्मान और श्रद्धा के साथ स्मरण करते हैं, जिन्हें विश्व ‘लौहपुरुष’ के नाम से जानता है. उनका जीवन केवल राजनीतिक उपलब्धियों का इतिहास नहीं बल्कि एक दर्शन है, एक ऐसी जीवन-दृष्टि, जो आज के टुकड़े-टुकड़े समाज में हमें पुनः एकजुट होने का आह्वान करती है. 31 अक्तूबर 1875 को गुजरात के नाडियाड में जन्मा यह बालक, जो महात्मा गांधी के संपर्क में आकर राष्ट्रीय आंदोलन का अंग बना, आगे चलकर भारत के राजनीतिक रूपांतरण का सूत्रधार बना.

सरदार पटेल की विरासत केवल 565 रियासतों को एकीकृत करने तक सीमित नहीं है. उनके प्रेरक संदेश हर पीढ़ी को, चाहे वह किसान हो, शिक्षक हो या कोई महत्वाकांक्षी युवा, अपने जीवन में परिवर्तन लाने की प्रेरणा देते हैं. सरदार वल्लभभाई पटेल का सबसे बड़ा और सबसे प्रासंगिक संदेश एकता की अनिवार्यता में निहित है.

उनका यह कथन ‘जब जनता एक हो जाती है, तब उसके सामने क्रूर से क्रूर शासन भी नहीं टिक सकता, अतः जात-पांत के ऊंच-नीच के भेदभाव को भुलाकर सब एक हो जाइए’ केवल प्रेरक शब्द नहीं, राष्ट्र-निर्माण का सुदृढ़ दर्शन है. यह संदेश उस समय दिया गया था, जब भारत स्वतंत्रता के बाद विभाजन की गहरी पीड़ा, अविश्वास और सामाजिक विखंडन से जूझ रहा था.

सरदार पटेल भली-भांति जानते थे कि राजनीतिक स्वतंत्रता तभी सार्थक होगी, जब सामाजिक एकता उसकी आधारशिला बने. जाति, धर्म, भाषा और क्षेत्र के नाम पर होने वाला विभाजन राष्ट्र की शक्ति को भीतर से खोखला कर देता है.

इसलिए उन्होंने बार-बार इस बात पर बल दिया कि भारत की विविधता उसकी कमजोरी नहीं, उसकी सबसे बड़ी ताकत है, बशर्ते उसे एकता के सूत्र में पिरोया जाए. देशी रियासतों के एकीकरण में उनकी निर्णायक भूमिका इसी विचार की सजीव अभिव्यक्ति थी.  

 

टॅग्स :वल्लभभाई पटेलSardar Vallabhbhai Patel University of Agriculture and Technology
Open in App

संबंधित खबरें

भारतएक सूत्र में पिरोने वाले युगपुरुष थे सरदार पटेल, सीएम विष्णु देव साय ने कहा-अदम्य साहस और दृढ़ निष्ठा से देश की रियासतों का एकीकरण कर अखंड भारत की नींव रखी

भारतसरदार पटेल के मार्ग पर चलेंगे तो देश को कोई बुरी नजर से नहीं देखेगा, सीएम डॉ. मोहन ने 'रन फॉर यूनिटी' को दिखाई हरी झंडी

भारतसशक्त, समरस और श्रेष्ठ भारत के निर्माण का संकल्प लें?, राष्ट्रपति मुर्मू, पीएम मोदी और अमित शाह ने लौह पुरुष को दी श्रद्धांजलि, पढ़िए किसने क्या कहा

भारतSardar Vallabhbhai Patel 150th birth anniversary: भारत का सरदार और सरदार का भारत

भारतसरदार पटेल की 150वीं जयंती, 1 से 15 नवंबर तक ‘भारत पर्व 2025’ मनाया जाएगा, पटना में अमित शाह बोले-कांग्रेस ने हमेशा अपमान किया, वीडियो

भारत अधिक खबरें

भारतLionel Messi's India Tour 2025: राजनीति नहीं, समुचित उपाय से थमेंगे मैदानों पर हादसे और हंगामे

भारतरिटायरमेंट के बाद भी चाहते हैं रेगुलर इनकम, बेहतरीन है ये स्कीम ,होगी लाखों की बचत

भारतPost Office RD Scheme से 10 साल में बन जाएंगे लखपति! जानें निवेश का आसान तरीका

भारतकार्यकारी अध्यक्ष नियुक्त नितिन नबीन?, पीएम मोदी, राजनाथ सिंह और अमित शाह ने क्या किया पोस्ट

भारतमैं पीएम मोदी, जेपी नड्डा और अमित शाह का आभारी हूं?, नितिन नबीन बोले- कार्यकर्ताओं को समर्पित