लाइव न्यूज़ :

BLOG: जानें कब मुक्ति मिलेगी इस चुनौती बन चुके प्लास्टिक प्रदूषण से ?

By ऐश्वर्य अवस्थी | Updated: July 3, 2018 11:11 IST

प्लास्टिक की दुनिया बहुत बड़ी है, आजकल प्लास्टिक का उपयोग हर जगह हो रहा है।

Open in App

महाराष्ट्र में हाल ही में प्लास्टिक के प्रयोग पर पूरी तरह से रोक लग गई है। उसके बाद से ही एक सावल मन मे है कि कब होगा जब पूरे देश में प्लास्टिक पर पूरी तरह से रोक लगेगी। क्योंकि प्लास्टिक ही है जो सबसे ज्यादा आज के समय में हमारे लिए हानिकारक है।

सभी को प्लास्टिक की दुनिया बहुत बड़ी है, आजकल प्लास्टिक का उपयोग हर जगह हो रहा है। एक प्लास्टिक बैग में उसके वजन से 2,000 गुना ज्यादा भार ढोया जा सकता है। हर साल दुनिया में 500 खरब प्लास्टिक बैग प्रयोग में लाए जाते हैं। यानिकि हर मिनट 20 लाख प्लास्टिक बैग का इस्तेमाल लोग करते हैं। एक अनुमान के अनुसार हिन्दुस्तान में एक व्यक्ति एक वर्ष में लगभग 9.7 किलो प्लास्टिक का इस्तेमाल करता है लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि जिन प्लास्टिक की बनी चीजों का आप उपयोग कर रहे हैं वह आपके लिये सही है या नहीं?

कहते हैं कि प्रकृति ने इंसान को जल, जंगल, जमीन, आकाश और अग्नि को दिया था ताकि वह सुख-शांति से दुनिया में रहे लेकिन आज हम कुदरत को ही नुकसान पहुंचा रहे हैं, जिसका सबसे बड़ा स्वरूप बड़े रूप में प्लास्टिक का उपयोग है। प्लास्टिक का रूप हमें नदियों के जरिए देखने को मिल रहा है। तालाब अपना नामो-निशान खो रहे हैं और पीने का पानी हमें जल की निर्मल धारा के रूप में नहीं, बोतलों में मिल रहा है।

  जैसा कि सभी को पता है बोतलें प्लास्टिक से बनती हैं और यही प्लास्टिक आज हमारे सामने चुनौती बनकर खड़ा है, इससे होने वाले प्रदूषण से मुक्ति पाने की समस्या दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। इस पर रोक लगना आज और आने वाले कल दोनों के लिए बेहद आवश्यक है। पैकेजिंग उद्योग में प्लास्टिक कचरे का इस्तेमाल सफलतापूर्वक किया जा रहा है। इलैक्ट्रॉनिक उद्योग से निकलने वाला प्लास्टिक कचरा उसी से जुड़े लघु उद्योगों में इस्तेमाल किया जा रहा है। मुझे लगता है कि हम प्लास्टिक के बिना सुखी जीवन जीने की कल्पना भी कर सकते हैं। 

प्लास्टिक कोई समस्या नहीं है बल्कि समस्या यह है कि प्लास्टिक के साथ हम क्या करते हैं और उससे बनाई जाने वाली वस्तुओं को इस्तेमाल करने के बाद जो कचरा निकलता है उसका क्या करते हैं? गलती हमारी सबसे ज्यादा है अगर हम प्लास्टिक का प्रयोग करते हैं तो हमारा ही फर्ज है कि उसको प्रयोग में लाने के बाद सही ठिकाने पर उसको पहुंचाया जाए, लेकिन हम ऐसा नहीं कर रहे हैं इसी कारण से प्लास्टिक का प्रदूषण दिन पे दिन जान लेवा बन रहा है। इससे मुक्ति तब तक नहीं मिलेगी जब तक की हम खुद कोशिश नहीं करेंगे।

टॅग्स :वायु प्रदूषण
Open in App

संबंधित खबरें

भारतप्रदूषित हवा का मसला केवल दिल्ली का नहीं है...!

भारतअपनी गाड़ी के लिए PUC सर्टिफिकेट कैसे बनाएं? जानिए डाउनलोड करने का आसान तरीका

भारतRK चौधरी जाकर अपना धर्म बदल लें, केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह

भारतDelhi: वायु प्रदूषण से बच्चों को राहत! स्कूलों में लगाए जाएंगे 10 हजार एयर प्यूरीफायर

कारोबारदिल्ली प्रदूषण नियंत्रणः 14 अक्टूबर से 15 दिसंबर के बीच 1,56,993 चालान, प्रत्येक पर 10000 रुपये का जुर्माना

भारत अधिक खबरें

भारतनासिक नगर निगम चुनावः उद्धव और राज ठाकरे को झटका, पूर्व मनसे विधायक नितिन भोसले, पूर्व महापौर विनायक पांडे, यतिन वाघ, शाहू खैरे और संजय चव्हाण भाजपा में शामिल

भारतPHOTOS: राष्ट्र प्रेरणा स्थल लखनऊ की मनमोहक तस्वीरें वायरल, 230 करोड़ की लागत, 65 फीट ऊंची कांसे की प्रतिमाएं

भारतखरमास बाद सियासत में कदम रखेंगे सीएम नीतीश कुमार के बेटे निशांत?, राजद ने छेड़ा मुख्यमंत्री बनाए जाने की चर्चा

भारतओडिशा में माओवादियों का नेतृत्व करने वाला गणेश उइके मुठभेड़ में मारा गया, उसके सिर पर था ₹1 करोड़ का इनाम

भारतराष्ट्र प्रेरणा स्थल, 65 फुट ऊंची कांस्य प्रतिमाएं, 230 करोड़ रुपये की लागत, 65 एकड़ के विशाल क्षेत्र में फैला, जानें और क्या खास