गौरीशंकर राजहंस का ब्लॉगः समस्याओं के बावजूद कम नहीं हैं उपलब्धियां
By गौरीशंकर राजहंस | Updated: August 18, 2020 10:02 IST2020-08-18T10:02:51+5:302020-08-18T10:02:51+5:30
प्रधानमंत्री ने एक और महत्वपूर्ण बात कही. उन्होंने कहा कि हम कब तक कच्चा माल बाहर भेजकर तैयार माल का आयात करते रहेंगे. अब यह सिलसिला बंद होना चाहिए. आज दुनिया की सभी बड़ी कंपनियां भारत की ओर देख रही हैं. पिछले वित्त वर्ष में एफडीआई में 18 प्रतिशत की वृद्धि हुई है.

फाइल फोटो
गत 15 अगस्त को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चीन और पाकिस्तान का नाम लिए बिना कड़ा संदेश दिया कि जो भी देश ‘एलएसी’ और ‘एलओसी’ का अतिक्रमण करने का साहस करेगा और भारत की संप्रभुता पर आंख उठाने की हिम्मत करेगा, उसे करारा जवाब दिया जाएगा. प्रधानमंत्री का यह बयान चीन के साथ पूर्वी लद्दाख में सीमा पर चल रहे गतिरोध के बीच आया है. उधर पाकिस्तान ने भी सीमा पर नियंत्रण रेखा पर कई जगह युद्ध विराम का उल्लंघन किया है.
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत की संप्रभुता का सम्मान हमारे लिये सर्वोपरि है. इस संकल्प के लिए हमारे वीर जवान क्या कर सकते हैं यह सारी दुनिया ने देख लिया है. प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि देश के सभी 6 लाख गांव अगले 1000 दिनों में आप्टिकल फाइबर से जुड़ जाएंगे. इससे ग्रामीण इलाकों में डिजिटल कनेक्टिविटी में अद्भुत विकास होगा. 2014 में मात्र पांच दर्जन गांव ऑप्टिकल फाइबर से जुड़े. आज इनकी संख्या डेढ़ लाख तक पहुंच गई है. यह देश की एक बहुत बड़ी उपलब्धि है.
प्रधानमंत्री ने एक और महत्वपूर्ण बात कही. उन्होंने कहा कि हम कब तक कच्चा माल बाहर भेजकर तैयार माल का आयात करते रहेंगे. अब यह सिलसिला बंद होना चाहिए. आज दुनिया की सभी बड़ी कंपनियां भारत की ओर देख रही हैं. पिछले वित्त वर्ष में एफडीआई में 18 प्रतिशत की वृद्धि हुई है. यह कोई मामूली उपलब्धि नहीं है. सरकार 110 लाख करोड़ की राशि से ढांचागत परियोजनाओं को शुरू करने वाली है. इससे भारत की अर्थव्यवस्था को पूरी गति मिलेगी और रोजगार के अनगिनत अवसर पैदा होंगे. सरकार की योजना है कि भारत को ‘ग्लोबल मैनुफैरिंग हब’ बनाया जाए. भारत की 130 करोड़ जनता के सहयोग से देश पूरी तरह मजबूत होगा और देश कोरोना महामारी को मार भगाएगा.
इसमें कोई संदेह नहीं कि कोरोना की महामारी ने भारत को जबरदस्त धक्का दिया है. अभी देश कई कठिन समस्याओं से जूझ रहा है. एक तरफ कोरोना महामारी है तो दूसरी तरफ अधिकतर राज्यों में भयानक बाढ़ आई हुई है. साथ ही पूरी दुनिया में मंदी छाई हुई है जिसका असर निश्चित रूप से भारत पर भी पड़ा है. ऐसे में हर भारतवासी का यह कर्तव्य है कि वह देश की समस्याओं के समाधान के प्रयासों में सरकार का समर्थन करे.
अपने संबोधन में प्रधानमंत्री ने अपनी सकार की उन सारी उपलब्धियों का जिक्र किया जो उनकी सरकार ने पिछले छह वर्षो में प्राप्त की हैं. प्रधानमंत्री ने देशवासियों को एक खुशखबरी दी कि भारत कोरोना की वैक्सीन बनाने के बिल्कुल नजदीक है और आगामी कुछ महीनों में पूरे देशवासियों को इस सफलता की जानकारी मिल जाएगी. जब वैक्सीन तैयार हो जाएगी तब सस्ती दरों पर यह गरीबों को उपलब्ध होगी.