लाइव न्यूज़ :

LCA Tejas Mark 1A Fighter Aircraft: आसमान में भारत के पराक्रम की हुंकार भरता तेजस

By योगेश कुमार गोयल | Updated: March 30, 2024 10:59 IST

LCA Tejas Mark 1A Fighter Aircraft: तेजस एमके-1ए में पिछले विमान की तुलना में कई अत्याधुनिक तकनीकों का इस्तेमाल किया गया है.

Open in App
ठळक मुद्देतेजस की यह उड़ान आसमान में भारत के पराक्रम की हुंकार थी. हवा से हवा और हवा से जमीन पर हथियारों की एक विस्तृत श्रृंखला ले जाने की क्षमता है.उन्नत दृश्य-सीमा (बीवीआर), हवा से हवा में मार करने वाली मिसाइलें तथा बाहरी आत्म-सुरक्षा जैमर भी लगाए गए हैं.

LCA Tejas Mark 1A Fighter Aircraft: हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) द्वारा निर्मित भारत के नए फाइटर जेट ‘तेजस एमके-1ए’ का 28 मार्च को सफल परीक्षण किया गया. इस परीक्षण के दौरान रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की मौजूदगी में तेजस एमके-1ए विमान श्रृंखला का पहला विमान एलए5033 बेंगलुरु के आसमान में 18 मिनट तक सफलतापूर्वक उड़ता रहा. तेजस की विशेषताओं को देखते हुए यह कहना गलत नहीं होगा कि तेजस की यह उड़ान आसमान में भारत के पराक्रम की हुंकार थी. तेजस एमके-1ए में पिछले विमान की तुलना में कई अत्याधुनिक तकनीकों का इस्तेमाल किया गया है.

जिसमें अन्य सुधारों के अलावा इलेक्ट्रॉनिक रूप से स्कैन किए गए एरे (एईएसए) रडार, एक उन्नत इलेक्ट्रॉनिक वारफेयर (ईडब्ल्यू) सूट और हवा से हवा और हवा से जमीन पर हथियारों की एक विस्तृत श्रृंखला ले जाने की क्षमता है. इसमें उन्नत दृश्य-सीमा (बीवीआर), हवा से हवा में मार करने वाली मिसाइलें तथा बाहरी आत्म-सुरक्षा जैमर भी लगाए गए हैं.

रक्षा विशेषज्ञों के मुताबिक इन्हीं विशेषताओं के कारण तेजस आने वाले समय में विदेशी जेट विमानों के स्थान पर भारतीय वायुसेना का मुख्य फाइटर जेट बनेगा. तेजस में कई ऐसी नई प्रौद्योगिकियों को शामिल किया गया है, जिनमें से कई का भारत में इससे पहले कभी प्रयास भी नहीं किया गया.

रक्षा विशेषज्ञों के मुताबिक तेजस लड़ाकू विमान चीन-पाकिस्तान के संयुक्त उद्यम में बने लड़ाकू विमान जेएफ-17 से हाईटेक और बेहतर है और यह किसी भी हथियार की बराबरी करने में सक्षम है. गुणवत्ता, क्षमता और सूक्ष्मता में तेजस के सामने जेएफ-17 कहीं नहीं टिक सकता. तेजस आतंकी ठिकानों पर बालाकोट स्ट्राइक से भी ज्यादा ताकत से हमला करने में सक्षम है.

एक तेजस मार्क 1ए लड़ाकू विमान की कीमत करीब 550 करोड़ रुपए है, जो एचएएल द्वारा ही निर्मित सुखोई-30 एमकेआई लड़ाकू विमान से करीब 120 करोड़ रुपए ज्यादा है. रक्षा विशेषज्ञों का कहना है कि तेजस मार्क 1ए लड़ाकू विमान इसी श्रेणी के दूसरे हल्के लड़ाकू विमानों से महंगा इसलिए है क्योंकि इसे बहुत सारी नई तकनीक के उपकरणों से लैस किया गया है.

इसमें इजराइल में विकसित रडार के अलावा स्वदेश में विकसित रडार भी हैं. इसके अलावा इसमें अमेरिका की जीई कम्पनी द्वारा निर्मित एफ-404 टर्बो फैन इंजन लगा है. यह बहुआयामी लड़ाकू विमान है, जो मुश्किल से मुश्किल परिस्थितियों में भी बेहतर नतीजे देने में सक्षम है.

करीब 6560 किलोग्राम वजनी तेजस दुनिया में सबसे हल्का फाइटर जेट है. यह 15 किलोमीटर ऊंचाई तक उड़ सकने में सक्षम एक सुपरसोनिक फाइटर जेट है, जिसके निचले हिस्से में एक साथ नौ प्रकार के हथियार लोड और फायर किए जा सकते हैं.  

टॅग्स :DefenseबेंगलुरुBengaluru
Open in App

संबंधित खबरें

क्रिकेटकर्नाटक राज्य क्रिकेट संघः क्या फिर से बाजी मार पाएंगे पूर्व तेज गेंदबाज वेंकटेश प्रसाद?, केएससीए चुनाव में केएन शांत कुमार दे रहे टक्कर

भारतहम साथ-साथ हैं और 2028 में 2023 की चुनावी जीत दोहराएंगे?, सबको साथ लेकर चलेंगे और आलाकमान फैसले का पालन करेंगे, सिद्धरमैया और शिवकुमार ने दिखाई एकजुटता

भारतKarnataka Congress Crisis: हमारे बीच कोई मतभेद नहीं, सीएम सिद्धरमैया-उपमुख्यमंत्री शिवकुमार बोले-आज भी कोई मतभेद नहीं, भविष्य में भी नहीं, वीडियो

भारतकांग्रेस संकटः 2.5 साल फार्मूला?, राजस्थान और छत्तीसगढ़ के बाद कर्नाटक में मुसीबत, वोक्कालिगा संत ने शिवकुमार का किया समर्थन

भारतकर्नाटक कांग्रेस संकटः नेतृत्व परिवर्तन मुद्दे जल्द खत्म करें खड़गे और राहुल, मंत्री जारकीहोली ने कहा- किस-किस को सीएम बनाएंगे, परमेश्वर और शिवकुमार में टक्कर?

भारत अधिक खबरें

भारतशशि थरूर को व्लादिमीर पुतिन के लिए राष्ट्रपति के भोज में न्योता, राहुल गांधी और खड़गे को नहीं

भारतIndiGo Crisis: सरकार ने हाई-लेवल जांच के आदेश दिए, DGCA के FDTL ऑर्डर तुरंत प्रभाव से रोके गए

भारतबिहार विधानमंडल के शीतकालीन सत्र हुआ अनिश्चितकाल तक के लिए स्थगित, पक्ष और विपक्ष के बीच देखने को मिली हल्की नोकझोंक

भारतBihar: तेजप्रताप यादव ने पूर्व आईपीएस अधिकारी अमिताभ कुमार दास के खिलाफ दर्ज कराई एफआईआर

भारतबिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का नाम हुआ लंदन के वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में दर्ज, संस्थान ने दी बधाई