ब्लॉग: फर्जी धमकियां प्रश्नचिह्न हैं सुरक्षा तंत्र की कार्यप्रणाली पर
By लोकमत समाचार ब्यूरो | Updated: October 18, 2024 10:31 IST2024-10-18T10:31:26+5:302024-10-18T10:31:52+5:30
इससे पहले बुधवार को दिल्ली से बेंगलुरु जाने वाली अकासा एयर की फ्लाइट को और सोमवार को मुंबई एयरपोर्ट पर इंडिगो एयरलाइंस के दो अंतरराष्ट्रीय विमानों और मुंबई से न्यूयॉर्क जाने वाली एयर इंडिया की फ्लाइट को भी बम से उड़ाने की धमकी दी गई थी.

ब्लॉग: फर्जी धमकियां प्रश्नचिह्न हैं सुरक्षा तंत्र की कार्यप्रणाली पर
72 घंटों के दौरान हवाई जहाजों को बम से उड़ाने की 20 धमकियां. पिछले कुछ दिनों से विमानों को बम से उड़ाने की धमकियां लगातार मिल रही हैं. आज गुरुवार को भी फ्रैंकफर्ट से मुंबई आ रहे विस्तारा के बोइंग 787 विमान को बम से उड़ाने की धमकी दी गई. इसके बाद फ्लाइट की मुंबई के छत्रपति शिवाजी महाराज अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर इमरजेंसी लैंडिंग कराई गई. विमान की गहन जांच की गई. जांच में कुछ नहीं मिला.
इससे पहले बुधवार को दिल्ली से बेंगलुरु जाने वाली अकासा एयर की फ्लाइट को और सोमवार को मुंबई एयरपोर्ट पर इंडिगो एयरलाइंस के दो अंतरराष्ट्रीय विमानों और मुंबई से न्यूयॉर्क जाने वाली एयर इंडिया की फ्लाइट को भी बम से उड़ाने की धमकी दी गई थी. देशभर में इन दिनों लगातार मिल रही एयरपोर्ट और विमानों को बम से उड़ाने की धमकियों से निपटना केंद्र सरकार के लिए एक चुनौती बन गया है.
सुरक्षा एजेंसियों की चिंता भी सातवें आसमान पर पहुंच गई है. हालांकि जांच में सभी धमकियां झूठी पाई गई हैं लेकिन झूठी धमकियों से एयरलाइन कंपनी को नुकसान तो उठाना ही पड़ता है. साथ ही यात्रियों को भी काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है. फर्जी खबर फैलाना अपने आप में एक जुर्म है. लेकिन बम होने की खबर फैलाना और भी घातक है. इससे न सिर्फ सरकार को बल्कि देश के नागरिकों को भी काफी नुकसान होता है. इस तरह के केस में झूठी धमकी देने वाले या अफवाह फैलाने वाले शख्स को 10 साल तक की जेल हो सकती है.
पुलिस ने इन मामलों में कई लोगों को गिरफ्तार भी किया है. बावजूद इसके लोग अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहे हैं. कई लोग अराजकता फैलाने के लिए और माहौल खराब करने के लिए इस तरह की धमकियां देते हैं. कोई किसी स्कूल को बम से उड़ाने की धमकी देता है. तो कोई एयरपोर्ट में बम रखने की धमकी देता है. कोई प्लेन में बम रखने की बात करता है.
ऐसे आरोपियों का तुरंत पकड़ा जाना जरूरी है. साथ ही ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए कारगर तंत्र भी होना चाहिए. सवाल यह है कि आखिर सोशल मीडिया के जरिये मेल भेजकर कोई व्यक्ति खुलेआम इस तरह की धमकी दे कैसे सकता है? हमारे पास ऐसे फर्जी संदेशों को पकड़ने के लिए अत्याधुनिक तकनीक मौजूद है और ऐसी झूठी धमकियों का जल्द से जल्द पता लगाया जाना चाहिए.
ऐसी घटनाओं से यात्रियों की सुरक्षा खतरे में पड़ती है. यात्री निश्चिंत होकर सफर नहीं कर सकते. बम धमकियां न केवल हवाई सुरक्षा के लिए बल्कि यात्रियों और एयरलाइनों के लिए भी एक गंभीर समस्या है. अच्छी बात है कि देशभर में विमानों और एयरपोर्ट को बम से उड़ाने की फर्जी धमकियों को लेकर केंद्र सरकार अब एक्शन में आती हुई दिख रही है.