IPL 2021: अच्छी शुरुआत से आधा काम आसान, सुनील गावस्कर का कॉलम
By सुनील गावस्कर | Updated: April 11, 2021 17:20 IST2021-04-11T17:19:32+5:302021-04-11T17:20:40+5:30
IPL 2021: हर्षल पटेल ने बेंगलुरु की शानदार वापसी कराई जबकि काइल जैमीसन ने भी अच्छा डेब्यू किया.

दराबाद के खिलाडि़यों के पास पिछले सीजन में प्लेऑफ में पहुंचने का आत्मविश्वास भी होगा.
IPL 2021: अच्छी शुरुआत से आधा काम हो जाता है आसान टूर्नामेंट की इससे बेहतर शुरुआत नहीं हो सकती थी, जैसी कि चेन्नई के एमए चिदंबरम स्टेडियम में हुई.
बेंगलुरु ने यह मैच आखिरी गेंद पर अपने नाम किया और इसके साथ ही मुंबई ने एक बार फिर अभियान की शुरु आत हार के साथ की. हर्षल पटेल ने धीमी गेंदों की विविधता भी दिखाई और बेहतरीन यॉर्कर का नजारा भी पेश किया. यही वजह रही कि मुंबई के बड़े और लंबे शॉट खेलने वाले आक्रामक बल्लेबाज वैसी बल्लेबाजी नहीं कर सके जैसी कि वह आमतौर पर करते हैं.
बावजूद इसके 160 रन का लक्ष्य आसान नहीं था और बेंगलुरु की टीम ऐसी स्थिति में पहुंच गई कि टीम को मंजिल तक पहुंचाने की जिम्मेदारी एबी डिविलियर्स पर छोड़ दी गई. इस मैच में दोनों टीमों के लिए सकारात्मक चीजें रहीं. हर्षल पटेल ने बेंगलुरु की शानदार वापसी कराई जबकि काइल जैमीसन ने भी अच्छा डेब्यू किया.
मुंबई के लिए मार्को यानसन ने प्रभावित किया और डगआउट में ट्रेंट बोल्ट की मौजूदगी से वह और बेहतर ही होंगे. हैदराबाद और कोलकाता की टीमें अपना अभियान एक-दूसरे के खिलाफ मुकाबले के साथ करेंगी. हैदराबाद के खिलाडि़यों के पास पिछले सीजन में प्लेऑफ में पहुंचने का आत्मविश्वास भी होगा. टीम के पास सर्वश्रेष्ठ टी-20 स्पिनर राशिद खान हैं जो मध्य ओवरों में विरोधी टीम को परेशानी में डाल सकते हैं. भुवनेश्वर कुमार की फिटनेस के साथ वापसी ने भी हैदराबाद के अवसर को मजबूती ही दी है.
अब उसके पास दो विश्व स्तरीय गेंदबाज हैं जो किसी भी बल्लेबाज को मुश्किल में डाल सकते हैं. अगर पिछले सीजन की तरह ही नटराजन इस सीजन में भी गेंदबाजी करते हैं तो हैदराबाद के खिलाफ रन बनाना किसी भी टीम के लिए आसान नहीं होगा. टीम की बल्लेबाजी भी काफी संतुलित नजर आ रही है. कप्तान डेविड वॉर्नर और जॉनी बेयरस्टो के साथ टीम के पास विलियम्सन और मनीष पांडे भी हैं.
कोलकाता ने पिछला सीजन दिनेश कार्तिक की कप्तानी पर उठे सवालों के साथ शुरू किया था. कुछ मैचों के बाद ही कार्तिक भी इस बात को समझ गए और अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाने के बाद उन्होंने कप्तानी छोड़ दी. ऐसा नहीं है कि इस बदलाव से तुरंत की कोलकाता की किस्मत पलट गई क्योंकि खिलाड़ियों के लिए भी बीच टूर्नामेंट में कप्तानी बदले जाने की प्रक्रिया से तालमेल बैठाना आसान नहीं होता.
हालांकि इस साल काफी कुछ इस बात पर निर्भर करेगा कि बल्लेबाजी के दौरान टीम की शुरु आत कैसी रहती है. अधिकतर टीमों ने सुनील नरेन की कमजोरी भांपकर उन्हें शॉर्ट पिच गेंदबाजी करके काबू में रखना सीख लिया है. ऐसे में मॉर्गन और आंद्रे रसेल पर पारी को तूफानी गति देने की जिम्मेदारी बढ़ जाती है.
टीम की गेंदबाजी पैट कमिंस, लॉकी फग्युर्सन, प्रसिद्ध कृष्णा, शिवम मावी और कमलेश नागरकोटी के साथ बेहतर नजर आ रही है. वरु ण चक्र वर्ती का जवाब भी अभी बल्लेबाज तलाश नहीं सके हैं. कहा जाता है कि अच्छी शुरुआत आधा काम आसान कर देती है. ऐसे में दोनों टीमों की नजरें जीत के साथ अभियान शुरू करने पर होंगी.