एबी डिविलयर्स का कॉलम: बैटिंग या बॉलिंग नहीं, इस कारण लगातार हार रही है बैंगलोर की टीम
By एबी डिविलियर्स | Published: April 9, 2019 04:49 PM2019-04-09T16:49:11+5:302019-04-09T16:49:11+5:30
आईपीएल—2019 में आरसीबी को भी एक ही तरह के अनुभव से दो—चार होना पड़ रहा है। हमने छह मैच खेले हैं और सभी में हार का सामना करना पड़ा।
क्या किसी ने अमेरिकन कॉमेडी फिल्म ग्राउंडहोग डे देखी है। इसमें अभिनेता बिल मुर्रे एक टीवी पर मौसम की जानकारी देने वाले के तौर पर हर रोज एक ही तरह के काम से गुजरते हैं। यह एक मनोरंजक फिल्म है। हालांकि वास्तविक जिंदगी में इसका अनुभव करना बिल्कुल भी अच्छा महसूस नहीं कराता। आईपीएल—2019 में आरसीबी को भी एक ही तरह के अनुभव से दो—चार होना पड़ रहा है। हमने छह मैच खेले हैं और सभी में हार का सामना करना पड़ा।
कैसे और क्यों?
हमारी मीटिंग काफी सुनियोजित होती है और जितना मैंने अभी तक देखा है, उसके हिसाब से टीम का ढांचा सर्वश्रेष्ठ है। टीम का अभ्यास बेहद कड़ा है। टीम में प्रतिभाशाली खिलाड़ी भी हैं। शुरुआत से ही मैं यह महसूस कर रहा था कि हमारी टीम इस सीजन में कड़ी प्रतिस्पर्धी क्रिकेट खेलेगी। मगर अब हमारी टीम अंकतालिका में सबसे नीचे है। हमें प्लेऑफ में क्वालिफाई करने के लिए अपने बचे आठों मुकाबले जीतने होंगे।
आखिर गलती कहां हुई
घरेलू मैदान पर हुए अपने पिछले मैच में दिल्ली से हार का सामना करना पड़ा। हम धीमी पिच पर 149 रन के लक्ष्य का बचाव करने में विफल रहे। हजारों निराश समर्थकों के बीच से गुजर रही हमारी टीम बस में मैं अपने कोच गैरी कस्टर्न के साथ बैठा था। उन्होंने मुझसे पूछा कि मैं क्या सोच रहा हूं।
मैंने जवाब दिया, क्रिकेट में आप किसी टीम की स्थिति का अंदाजा इस बात से लगाते हो कि उसकी फील्डिंग कैसी है। हर खिलाड़ी एक बल्लेबाज और गेंदबाज होता है। ऐसे में यह समझा जाता है कि उसका मुख्य लक्ष्य बल्लेबाजी और गेंदबाजी पर केंद्रित होता है।
मगर टीम का हर खिलाड़ी एक फील्डर भी होता है और मेरे हिसाब से फील्डिंग में मजबूत प्रदर्शन करने के लिए आपको एकजुट इकाई के तौर पर इच्छाशिक्त दिखाना जरूरी है। शायद यही वो क्षेत्र है जिसमें हम अपना स्तर नहीं उठा पा रहे हैं। इस सीजन में हमारी फील्डिंग बेहद खराब रही है और हम हर मैच में कई सारे कैच छोड़ने का जोखिम नहीं उठा सकते। निश्चित रूप से हार-जीत का अंतर बेहद कम रहता है।
हम घरेलू मैदान पर मुंबई और कोलकाता को आसानी से हरा सकते थे। दिल्ली के खिलाफ और 20 रन बनाते तो उस मैच का नतीजा भी हमारे पक्ष में जा सकता था। यह भी हो सकता है कि हम छह में से ये तीन मुकाबले जीतकर अंक तालिका में अच्छी स्थिति में होते। हमें सकारात्मक रहना होगा और एकजुट होकर जीत का रास्ता तलाशना होगा।