India GDP 2026: जर्मनी से आगे निकलने की तैयारी, यहां जानें अमेरिका, रूस और चीन में क्या है आर्थिक संवृद्धि की दर
By अश्विनी महाजन | Published: December 23, 2023 12:46 PM2023-12-23T12:46:39+5:302023-12-23T12:47:54+5:30
India GDP 2026: भारत की चालू कीमतों पर जीडीपी 71.66 लाख करोड़ रही, जिसका मतलब यह है कि भारत की प्रति व्यक्ति वार्षिक आय इस तिमाही में 2.01 लाख रुपए तक पहुंच चुकी है.
India GDP 2026: 30 नवंबर 2023 को भारत सरकार के सांख्यिकी विभाग द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार वर्ष 2023-24 की दूसरी तिमाही जुलाई से सितंबर के दौरान भारत की जीडीपी 7.6 प्रतिशत वार्षिक की दर से बढ़ी, जो 2022-23 की दूसरी छमाही की संवृद्धि दर 6.2 प्रतिशत से कहीं ज्यादा रही.
गौरतलब है कि इस तिमाही में भारत की चालू कीमतों पर जीडीपी 71.66 लाख करोड़ रही, जिसका मतलब यह है कि भारत की प्रति व्यक्ति वार्षिक आय इस तिमाही में 2.01 लाख रुपए तक पहुंच चुकी है. सितंबर माह में डॉलर की औसत बाजार कीमत 82.5 रुपए प्रति डॉलर के हिसाब से आज भारत की प्रति व्यक्ति वार्षिक आय 2436 डॉलर प्रतिवर्ष है.
यदि जीडीपी की अर्ध-वार्षिक ग्रोथ के आंकड़े देखें तो 2023-24 मार्च से सितंबर की जीडीपी 2022-23 के वर्ष के पूर्वार्ध की तुलना में ग्रोथ 7.7 प्रतिशत रिकॉर्ड की गई. यदि जीडीपी ग्रोथ की यह रफ्तार जारी रहती है तो जनसंख्या की अनुमानित वृद्धि के साथ सितंबर 2030 तक भारत की प्रति व्यक्ति आय 3600 अमेरिकी डॉलर प्रति वर्ष पहुंच सकती है.
गौरतलब है कि वर्ष 2014 में यह 1500 अमेरिकी डॉलर प्रति वर्ष थी. यदि कुछ खास संकेतकों को देखा जाए तो कोयला, स्टील, सीमेंट, खनन, बिजली उत्पादन इत्यादि में भी खासी संवृद्धि दर दिखाई दे रही है. हवाई यात्रा करने वाले यात्रियों की भी संख्या बढ़ी है और रेलवे के भी यात्रियों के आंकड़े बेहतर संख्या बता रहे हैं.
हवाई यात्रियों की संख्या में 22.7 प्रतिशत वृद्धि हुई है. बैंकों में जमा भी 11.5 प्रतिशत की दर से बढ़ रही है, जबकि बैंकों द्वारा दिए गए ऋणों में 13 प्रतिशत की दर से वृद्धि दर्ज हुई है. ये सभी आंकड़े देश में बेहतर होते आर्थिक वातावरण की ओर इंगित कर रहे हैं.
भारत में जहां आर्थिक संवृद्धि की दर 7.6 प्रतिशत है, चीन में यह मात्र 4.9 प्रतिशत दर्ज की गई है, रूस में 5.5 प्रतिशत और संयुक्त राज्य अमेरिका में यह 5.2 प्रतिशत है. गौरतलब है कि जर्मनी, जो इस समय जीडीपी की दृष्टि से भारत से एक स्थान ऊपर है, वहां जीडीपी में 0.4 प्रतिशत की दर से गिरावट दर्ज की जा रही है.
ऐसे में भारत की पिछले 6 महीने की जीडीपी 142.33 लाख करोड़ रुपए यानी 1.736 खरब डॉलर है. यदि जीडीपी में वर्तमान दर से वृद्धि होती है तो भारत की वार्षिक जीडीपी डॉलर में 3.5 खरब डॉलर पहुंच जाएगी और जर्मनी की वर्तमान जीडीपी 4.1 खरब डॉलर में यदि अनुमानों के अनुसार 0.4 प्रतिशत की कमी दर्ज होती है तो भारत की जीडीपी जर्मनी की जीडीपी (4.08 खरब डॉलर) के करीब पहुंच जाएगी. यदि विकास की वर्तमान दर कायम रहती है तो भारत ढाई साल से भी कम समय में जर्मनी की जीडीपी को पार कर सकता है.