प्रमोद भार्गव वरिष्ठ पत्रकार व साहित्कार हैं। वे जनसत्ता से लेकर हंस तक कई पत्र-पत्रिकाओं में लेखन का काम कर चुके हैं। 'भाषा और भाषाई शिक्षा के बुनियादी सवाल' और 'मीडिया का बदलता स्वरूप' प्रमोद भार्गव की प्रमुख किताबों के लेखक हैं।Read More
जलवायु परिवर्तन तेजी से विकराल रूप लेता दिखाई देने लगा है. इसे हम अपने आसपास बढ़ती सर्दी और गर्मी के साथ अनावृष्टि और अतिवृष्टि के रूप में भी अनुभव कर रहे हैं. ...
अमेरिका एवं यूरोप के कई देशों के पर्यावरण मंत्री विनिर्माण कंपनियों को इस मकसद के प्रस्ताव भेज चुके हैं कि उपकरणों के निर्माता ऐसे इलेक्ट्रॉनिक उपकरण बनाएं, जो लंबे समय तक चलें और खराब होने पर उनकी मरम्मत की जा सके. ...
कांग्रेस 2014 के चुनाव में 7.53 फीसदी मत प्राप्त कर दो सीटें ही जीत पाई थी, जिनमें एक राहुल और एक सोनिया गांधी की थी. भाजपा 42.63 फीसदी वोट हासिल कर 71 सीटों पर जीती थी. उसके सहयोगी अपना दल ने एक फीसदी वोट हासिल कर दो सीटें जीती थीं. ...
हिंदी पुस्तकों को ज्यादा से ज्यादा पाठकों तक कैसे पहुंचाया जाए, यह प्रश्न अपनी जगह मौजूद रहेगा. दरअसल बड़ी संख्या में हिंदी भाषी होने के बावजूद अधिकांश लोगों में पुस्तक पढ़ने की आदत नहीं है. ...
भारत में बांधों की सुरक्षा के लिए कानून की कमी के कारण यह चिंता व विचार का मुद्दा है. खासतौर से बड़े बांधों का निर्माण देश में बड़ी बहस और विवाद के मुद्दे बने हैं. ...
इस चुनाव के परिणामों ने उन सब हुनरबंदों के चेहरों का रंग उड़ा दिया है, जो चुनाव विश्लेषक, चुनावी सर्वेक्षणों के विशेषज्ञ और जमीनी पत्रकार होने का दंभ भरते थे. मध्य प्रदेश में ज्यादातर एग्जिट पोल कांग्रेस की 140 सीटें बता रहे थे, लेकिन उसे भाजपा से बड ...
तीनों नेताओं ने संपर्क, सतत विकास, आतंकवाद निरोध और समुद्री एवं साइबर सुरक्षा जैसे वैश्विक एवं बहुपक्षीय हितों के सभी बड़े मुद्दों पर तीनों देशों के बीच सहयोग के महत्व पर जोर दिया। ...