जेनेवाः भारत ने संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद (यूएनएचआरसी) में पाकिस्तान पर तीखा हमला बोला। जेनेवा में भारत के स्थायी मिशन के काउंसलर क्षितिज त्यागी ने संयुक्त राष्ट्र में भारत के खिलाफ निराधार बयानबाजी के लिए पाकिस्तानी प्रतिनिधिमंडल की आलोचना की। त्यागी ने जेनेवा में संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद (यूएनएचआरसी) के 60वें नियमित सत्र में मंगलवार को कहा, ‘‘एक प्रतिनिधिमंडल भारत के खिलाफ निराधार और भड़काऊ बयानबाजी करके इस मंच का दुरुपयोग कर रहा है।’’ पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर का जिक्र करते हुए त्यागी ने पाकिस्तान से ‘‘उसके अवैध कब्जे’’ वाले भारतीय क्षेत्र को खाली करने को कहा। भारत ने पाकिस्तान पर संयुक्त राष्ट्र मंच का दुरुपयोग करने और "अपने ही लोगों पर बमबारी" करने का आरोप लगाया।
कौन हैं क्षितिज त्यागी?
संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद (UNHRC) में पाकिस्तान की कड़ी आलोचना के लिए सुर्खियाँ बटोरने वाले भारतीय दूत क्षितिज त्यागी सोशल मीडिया पर छा गए हैं। भारतीय विदेश सेवा (IFS) के अनुभवी अधिकारी हैं। उन्होंने पाकिस्तान के मानवाधिकार रिकॉर्ड और आतंकवाद को लेकर पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान पर करारा हमला किया।
प्रतिष्ठित भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान खड़गपुर (IIT-KGP) के पूर्व छात्र हैं। मैकेनिकल इंजीनियरिंग में स्नातक और तापीय ऊर्जा एवं पर्यावरण इंजीनियरिंग में स्नातकोत्तर की उपाधि प्राप्त की है। त्यागी 2007 से 2010 तक लगभग तीन वर्षों तक एक व्यावसायिक विश्लेषक के रूप में काम किया। यूएनएचआरसी में एक बार फिर भारतीय राजनयिक की धूम मची है।
2012 बैच के भारतीय विदेश सेवा (आईएफएस) अधिकारी क्षितिज त्यागी ने भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, खड़गपुर से मैकेनिकल इंजीनियरिंग में स्नातक की डिग्री हासिल की। बाद में उन्होंने उसी संस्थान से थर्मल एनर्जी और पर्यावरण इंजीनियरिंग में एमटेक किया। लिंक्डइन प्रोफाइल के अनुसार 2007 से 2010 तक रियल एस्टेट कंपनी जोन्स लैंग लासेल में बिज़नेस एनालिस्ट के रूप में काम किया।
वे 2010 में नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय में एक वैज्ञानिक के रूप में शामिल हुए और इस पद पर वे लगभग दो वर्षों तक रहे। त्यागी ने 2012 में संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) परीक्षा उत्तीर्ण की। 148वीं रैंकिंग मिली। दो साल बाद उन्होंने पुर्तगाल के लिस्बन स्थित भारतीय दूतावास में तृतीय सचिव के रूप में कार्य किया। त्यागी को 2015 में ब्रासीलिया में द्वितीय सचिव नियुक्त किया गया।
2018 में मिस्र के काहिरा में प्रथम सचिव के पद पर पदोन्नत किया गया। जनवरी 2024 में, त्यागी संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी मिशन में प्रथम सचिव के रूप में शामिल हुए। इस वर्ष जनवरी में वे मिशन में परामर्शदाता बने। उन्होंने कहा, ‘‘हमारे क्षेत्र पर गलत नजर डालने के बजाय उन्हें भारत के उस क्षेत्र को खाली करना चाहिए, जिस पर उन्होंने अवैध कब्जा किया हुआ है।’’
खैबर पख्तूनख्वा में हुई घटना का परोक्ष रूप से जिक्र करते हुए त्यागी ने कहा कि पाकिस्तान को आतंकवादियों को पनाह देने और अपने ही लोगों पर बमबारी करने से फुर्सत मिले तो उसे अपनी अर्थव्यवस्था को मजबूत करने और मानवाधिकार रिकॉर्ड सुधारने पर ध्यान देना चाहिए। त्यागी ने कहा, ‘‘चरमराई हुई अर्थव्यवस्था, सैन्य प्रभुत्व वाली राजनीति और मानवाधिकारों का दागदार रिकॉर्ड।
एक दिन जब वे आतंकवाद को बढ़ावा देने, संयुक्त राष्ट्र द्वारा प्रतिबंधित आतंकवादियों को पनाह देने और अपने ही लोगों पर बमबारी करने से फुर्सत पाएंगे, तब शायद उक्त मुद्दों पर ध्यान दे पाएंगे।’’ खैबर जिले के तिराह घाटी के मतूर दारा इलाके में प्रतिबंधित तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) के आतंकवादियों के एक परिसर में सोमवार को बम बनाने की सामग्री से हुए धमाके में 10 लोगों और 14 आतंकवादियों की मौत हो गई। यह क्षेत्र अफगानिस्तान से सटा हुआ है।