नई दिल्ली: भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर अपने बेबाक अंदाज और पश्चिमी मीडिया को मुंहतोड़ जवाब देने के लिए माहिर हैं। हाल में जब उनसे पश्चिमी मीडिया के एक पत्रकार ने पूछा कि पीएम मोदी ने रूस के राष्ट्रपति पुतिन को गले क्यों लगाया? तब विदेश मंत्री एस. जयशंकर के जवाब से पत्रकार की बोलती बंद हो गई। इस सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, 'हो सकता है कि यह आपकी संस्कृति का हिस्सा न हो...।'
भारतीय विदेश मंत्री ने जवाब दिया, 'हमारी दुनिया में जब लोग मिलते हैं तो वे एक-दूसरे को गले लगाते हैं। यह आपकी संस्कृति का हिस्सा नहीं हो सकता है, लेकिन मैं आपको विश्वास दिलाता हूं कि यह हमारी संस्कृति का हिस्सा है।' उन्होंने आगे कहा कि पीएम मोदी ने आज प्रेसीडेंट ज़ेलेंस्की को भी गले लगाया। उन्होंने कई नेताओं को अलग-अलग जगहों पर गले लगाया है। मैं समझता हूं यहां एक सांस्कृतिक भिन्नता है।
पीएम नरेंद्र मोदी ने यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर ज़ेलेंस्की को गले लगाया, जब दोनों आज कीव में यूक्रेन-रूस संघर्ष सहित कई मुद्दों पर चर्चा करने के लिए मिले। एक महीने से भी ज़्यादा पहले, प्रधानमंत्री मोदी ने रूस की अपनी यात्रा के दौरान राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को भी गले लगाया था। भारत के यूक्रेन और रूस के साथ संबंध गहरे हैं और इतिहास में बहुत पुराने हैं। पुतिन के साथ प्रधानमंत्री मोदी के गले मिलने की पश्चिमी प्रेस और नेताओं ने काफ़ी आलोचना की थी।
पीएम मोदी की ऐतिहासिक यूक्रेन यात्रा पर जवाब देते हुए विदेशमंत्री ने कहा, जयशंकर ने कहा कि पीएम मोदी और ज़ेलेंस्की के बीच ज़्यादातर चर्चा रूस-यूक्रेन संघर्ष के बारे में थी। भारत और यूक्रेन ने आज चार समझौतों पर भी हस्ताक्षर किए, जो कृषि और खाद्य उद्योग, चिकित्सा, संस्कृति और मानवीय सहायता में सहयोग प्रदान करेंगे।