इस्लामाबाद: चार महीनों में पहली बार, आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद (JeM) ने स्वीकार किया है कि उसके प्रमुख मसूद अज़हर के परिवार के सदस्य इस साल मई में भारत के ऑपरेशन सिंदूर में मारे गए थे। जैश की एक शीर्ष कमांडर मसूद इलियास कश्मीरी का एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें उसे जैश के बहावलपुर कैंप पर भारतीय हमले में हुए नुकसान को स्वीकार करते हुए सुना जा सकता है। कश्मीरी ने कहा कि 7 मई को जब भारत ने जैश-ए-मोहम्मद मुख्यालय पर हमला किया, तो अज़हर का परिवार "टुकड़ों में बिखर गया"।
वीडियो में उसे यह कहते सुना जा सकता है, "... ये दहशतगर्दी की बकवास को सीने से लगाए, इस मुल्क़ की नज़रियाती, सरहदों के लिए कभी हम दिल्ली से टकराए, कभी हम काबुल में टकराए, कभी हम कंधार से टकराए सब कुछ कुर्बान करने के बाद 7 मई को बहावलपुर के अंदर मौलाना मसूद अज़हर के परिवार के लोग- बहनें, और बेटे, और बच्चे - रेज़ा रेज़ा हो गए, टुकड़ों में तक्सीम हो गए।" 43 सेकंड की क्लिप में कश्मीर को यह कहते हुए सुना जा सकता है।
वीडियो में पाकिस्तानी सुरक्षाकर्मियों को उनकी सुरक्षा करते देखा जा सकता है। उल्लेखनीय है कि 7 मई की रात को भारतीय सशस्त्र बलों ने 22 अप्रैल के पहलगाम आतंकी हमले का बदला लेने के लिए पाकिस्तान और पाक अधिकृत कश्मीर (पीओके) में नौ आतंकी शिविरों को निशाना बनाया था। बहावलपुर में जैश-ए-मोहम्मद की जामिया मस्जिद सुभान अल्लाह उन नौ ठिकानों में शामिल थी, जिन्हें भारतीय रक्षा बलों ने निशाना बनाया था।