Hindi: जल्द ही अमेरिका के स्कूलों में पढ़ाई जाएगी हिंदी! रिपोर्ट में हुआ खुलासा, जानें
By आजाद खान | Published: July 2, 2023 07:44 AM2023-07-02T07:44:57+5:302023-07-02T07:52:09+5:30
बता दें कि अभी तक अमेरिका के केवल हाई स्कूलों में हिंदी की पढ़ाई होती लेकिन अगर यह प्रस्ताव पास हुआ तो अब अमेरिका के प्राथमिक स्कूलों में हिंदी को पढ़ाया जाएगा।
वॉशिंगटन डीसी: अगर सब कुछ सही रहा है तो आने वाले दिनों में अमेरिका के स्कूलों में भी हिंदी पढ़ाई जाएगी, एक रिपोर्ट के जरिए ऐसी एक खबर सामने आई है। रिपोर्ट की अगर मानेगे तो इसमें ऐसा कहा गया है कि सत्तारूढ़ डेमोक्रेटिक पार्टी के संगठन एशिया सोसाइटी (एएस) और इंडियन अमेरिकन इम्पैक्ट (आईएआई) से जुड़े 100 से अधिक जन प्रतिनिधियों ने अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन को इस संबंध में एक प्रस्ताव सौंपा है।
रिपोर्ट के अनुसार, प्रस्ताव में यह कहा गया है कि 816 करोड़ रुपए के फंड से 1000 स्कूलों में हिंदी की पढ़ाई शुरू की बात कही गई है। ऐसे में यह कहा जा रहा है कि इस बात की पूरी संभावना है कि राष्ट्रपति जो बाइडन भारत के प्रति अपनी सरकार की नीतियों और साथ में अगले साल होने वाले राष्ट्रपति चुनाव के मद्देनजर, इस प्रस्ताव को मंजूरी दे सकते है।
रिपोर्ट में क्या कहा गया है
बता दें कि रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है कि अमेरिका के प्राथमिक स्कूलों में भी हिंदी की पढ़ाई के लिए एक प्रस्ताव को राष्ट्रपति जो बाइडन को सौंपा गया है। इसमें कहा गया है कि अमेरिका के प्राथमिक कक्षाओं में पढ़ने वाले बच्चों के पास यह विकल्प होगा कि वे पहली भाषा अंग्रेजी के बाद हिंदी को बतौर दूसरी भाषा चुन सकते और इसे वह पढ़ सकते है।
ऐसे में यह माना जा रहा है कि अमेरिका के स्कूलों में अगले साल सिंतबर से हिंदी भाषा की पढ़ाई हो सकती है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, इससे पहले अमेरिका में स्पेनिश दूसरी ऐसी भाषा थी जिसे वहां के स्कूलों में पढ़ाया जाता था लेकिन कई कारणों के चलते और विशेषकर भारत इस दशक के अंत तक तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने के कारण अमेरिका ऐसा फैसला लेने जा रहा है।
लगभग 45 लाख भारतवंशियों को मिलेगा फायदा
अगर ऐसा हुआ और अमेरिका के प्राथमिक स्कूलों में हिंदी पढ़ाई गई तो इससे वहां रह रहे लगभग 45 लाख भारतवंशियों को इसका फायदा पहुंचेगा। बता दें कि अमेरिका में हिंदी सर्वाधिक 9 लाख से ज्यादा लोगों द्वारा बोली जाने वाली भारतीय भाषा है। फिलहाल अमेरिका में हिन्दी पाठ्यक्रम केवल हाई स्कूल स्तर पर ही चलाये जा रहे हैं। इस पर बोलते हुए इंडिया इम्पैक्ट के अध्यक्ष नील मखीजा ने कहा है कि जब बच्चे प्राथमिक स्तर पर हिन्दी नहीं पढ़ेंगे तो उच्च स्तर की हिन्दी नहीं समझ सकेंगे।