वॉशिंगटन: यूक्रेन और रूस के बीच जारी युद्ध को एक महीने से ज्यादा हो गया है। हालांकि, अभी भी यह जंग रुकने के आसार नजर नहीं आ रहे हैं। वहीं, संयुक्त राष्ट्र में रूस-यूक्रेन युद्ध को लेकर कई बैठकें हो चुकी हैं। मगर इसका कोई हल नहीं निकल रहा है। इस बीच संयुक्ट राष्ट्र में व्हाइट हाउस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने रूस-यूक्रेन युद्ध पर भारत की स्थिति को लेकर बयान दिया है। ऐसे में व्हाइट हाउस की तरफ से शुक्रवार को कहा गया कि संयुक्त राष्ट्र में भारत की स्थिति असंतोषजनक रही है, लेकिन रूस के साथ अपने ऐतिहासिक संबंधों को देखते हुए यह आश्चर्यजनक भी नहीं है।
वॉशिंगटन के स्कूल ऑफ एडवांस्ड इंटरनेशनल स्टडीज इंडिया द्वारा आयोजित एक ऑनलाइन फोरम को व्हाइट हाउस नेशनल सिक्योरिटी काउंसिल में इंडो-पैसिफिक की निदेशक मीरा रैप-हूपर ने बताया कि रूस के साथ घनिष्ठ संबंधों को जारी रखने के लिए विकल्पों की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि हम निश्चित रूप से स्वीकार करेंगे और सहमत होंगे कि जब संयुक्त राष्ट्र में वोट की बात आती है, तो मौजूदा संकट पर भारत की स्थिति असंतोषजनक रही है, कम से कम कहने के लिए। लेकिन यह पूरी तरह से आश्चर्यजनक भी है।
भारत ने हाल के वर्षों में वॉशिंगटन के साथ घनिष्ठ संबंध विकसित किए हैं और चीन के खिलाफ पीछे हटने के उद्देश्य से क्वाड ग्रुपिंग का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। हालांकि, भारत के मॉस्को के साथ इसके लंबे समय से संबंध हैं, जो इसके रक्षा उपकरणों का एक प्रमुख आपूर्तिकर्ता बना हुआ है। बता दें कि भारत ने यूक्रेन में रूसी कार्रवाइयों की निंदा करने से परहेज किया है और इस मुद्दे पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की वोटिंग में भाग नहीं लिया है। मालूम हो, रूस ने यूक्रेन में 24 फरवरी को मिलिट्री अभियान की घोषणा की थी।