लाइव न्यूज़ :

खतरों के कारण अमेरिकियों को काबुल हवाईअड्डे तक लाने के नए तरीके खोज रही अमेरिकी सेना

By भाषा | Updated: August 22, 2021 20:34 IST

Open in App

वाशिंगटन, 22 अगस्त (एपी) रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन ने कहा है कि अमेरिकी सेना अफगानिस्तान में संभावित खतरों के मद्देनजर अमेरिकियों एवं अन्य लोगों को निकालने के लिए उन्हें काबुल हवाईअड्डे तक लाने के नए तरीके खोज रही है। वहीं, अमेरिकी रक्षा विभाग पेंटागन ने रविवार को कहा कि वह अफगानिस्तान से निकाले गए लोगों को अन्य स्थानों पर पहुंचाने के लिए छह वाणिज्यिक विमानन कंपनियों से औपचारिक रूप से सहायता मांग रहा है। ऑस्टिन ने एबीसी के ''दिस वीक'' कार्यक्रम में कहा कि अफगानिस्तान से लोगों को निकालने के संबंध में अमेरिकी राष्ट्रपति द्वारा दी गई समयसीमा 31 अगस्त करीब आ रही है, ऐसे में वह इसकी अवधि बढ़ाने की सिफारिश करेंगे। अभी भी कई हजार अमेरिकी नागरिकों एवं अन्य लोगों को अफगानिस्तान से निकाला जाना बाकी है। वहीं, अमेरिकी दूतावास ने शनिवार को एक नयी सुरक्षा चेतावनी जारी करते हुए नागरिकों से कहा था कि वे काबुल हवाईअड्डे के द्वार पर सुरक्षा खतरों को देखते हुए "अमेरिकी सरकार के प्रतिनिधि के व्यक्तिगत निर्देश" के बिना वहां नहीं आएं। अधिकारियों ने आईएस के खतरे के बारे में विस्तार से जानकारी देने से इनकार किया, लेकिन कहा कि यह खतरा बड़ा है। उन्होंने कहा कि अभी तक आईएस के किसी हमले की पुष्टि नहीं हुई। ऑस्टिन के साक्षात्कार को एबीसी ने रविवार को प्रसारित किया। इस दौरान ऑस्टिन ने कहा, '' हम अफगानिस्तान से निकलने के इच्छुक प्रत्येक व्यक्ति, प्रत्येक अमेरिकी नागरिक को बाहर निकालने के लिए हरसंभव प्रयास कर रहे हैं। हमें लगता है कि हमें अमेरिकी नागरिकों को बाहर निकालने और उनसे संपर्क करने के नए तरीकों की तलाश जारी रखनी होगी ताकि उन्हें हवाईअड्डे तक सुरक्षित लाया जा सके।'' इस बीच, अमेरिकी रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन ने ''सिविल रिजर्व एयर फ्लीट'' कार्यक्रम के प्रारंभिक चरण की शुरुआत कर दी है, जिसमें 18 विमान मांगे गए हैं। इनमें अमेरिकन एयरलाइन, एटलस एयर, डेल्टा एयरलाइन और ओमनी एयर से तीन-तीन जबकि हवाइन एयरलाइन से दो और यूनाइटेड एयरलाइन से पांच विमान मांगे गए हैं। पेंटागन के प्रेस सचिव जॉन किर्बी ने कहा कि विभाग को विमान उपलब्ध कराए जाने की सूरत में वाणिज्यिक उड़ानों पर बड़े प्रभाव की आशंका नहीं है। किर्बी के अनुसार, ये विमान काबुल स्थित हामिद करजई अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर उड़ान नहीं भरेंगे। उन्होंने कहा कि काबुल छोड़ने के बाद यात्रियों को अन्य स्टेशनों से ले जाने के लिए इन विमानों का इस्तेमाल किया जाएगा, जिससे अमेरिकी सेना अफगानिस्तानी हिस्से से लोगों की निकासी पर ध्यान केंद्रित कर पाएगी।

Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।

Open in App

संबंधित खबरें

कारोबारअमेरिकी टैरिफ ने वाट लगा दी है कश्‍मीर के पेपर माशी व्‍यापार पर

विश्वसीरिया में ISIS ने की 2 अमेरिकी सैनिकों की हत्या, ट्रंप ने बदला लेने की खाई कसम

विश्वUS: ब्राउन यूनिवर्सिटी में गोलीबारी में 2 की मौत, कई घायल; हमलावर अब भी फरार

विश्वH-1B वीजा को लेकर 20 अमेरिकी राज्यों ने ट्रंप प्रशासन के खिलाफ किया मुकदमा, जानें क्यों?

विश्वभारत पर लगाए गए 50% टैरिफ खत्म किया जाए, अमेरिकी प्रतिनिधि सभा के 3 सदस्यों ने रखा प्रस्ताव; ट्रंप की मुश्किलें बढ़ी

विश्व अधिक खबरें

विश्वTaiwan: ताइपे में अज्ञात ने चाकू से हमला कर 3 लोगों की ली जान, संदिग्ध की इमारत से गिरकर मौत

विश्वBangladesh Violence: ढाका में आज युवा नेता उस्मान हादी को दफनाया जाएगा, अंतरिम सरकार ने लोगों से की शांति की अपील

विश्वअमेरिकी सेना ने सीरिया में किए हवाई हमले, ISIS के दर्जनों ठिकानों को बनाया निशाना

विश्वBangladesh Protests: तुम कौन हो, मैं कौन हूं - हादी, हादी, बांग्लादेश में प्रदर्शन तेज, करोड़ों का नुकसान, वीडियो

विश्वयुवा नेता की मौत से फिर सुलग उठा बांग्लादेश, भारतीय दूतावास पर फेंके गए पत्थर; प्रमुख मीडिया कार्यालयों में लगाई आग