कीव: रूस और यूक्रेन के बीच जारी युद्ध को दो महीने से ज्यादा हो चुके हैं। इसके बावजूद रूसी सेना को अपने पड़ोसी मुल्क में सीमित सफलता हासिल की है। दरअसल, इन दो महीनों में यूक्रेनी जनता ने भी रूसी सेना को रोकने में सरकार की काफी मदद की। यूक्रेन की सेना के साथ जनता ने भी हथियार उठाने में कोई कसर नहीं छोड़ी। यही नहीं, एक बार फिर यूक्रेनी जनता रूसी सेना का मनोबल तोड़ने के लिए एक नए तरीके के साथ सामने आई है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार यूक्रेन के कीव के उत्तर के गांव डेमीडिव में यूक्रेनी सेना की मदद के लिए बाढ़ जानबूझकर लाई गई है। यह कदम इसलिए उठाया गया है ताकि रूसी सेना को आगे बढ़ने से रोका जा सके और यूक्रेनी सेना तब तक उनका मुकाबला करने मुस्तैद हो जाए। बात दें कि रूस और यूक्रेन के बीच जारी युद्ध को शुक्रवार को 65 पूरे हो चुके हैं। मालूम हो, डेमीडिव में खेतों में एक बांध से पानी छोड़ा गया है। पानी छोड़े जाने की वजह से यहां बाढ़ आ गई है, जिससे रूसी सेना को आगे बढ़ने में दिक्कत होगी।
युद्ध में बने रहने के लिए यूक्रेन कई तौर-तरीके और रणनीति अपना रहा है। इससे पहले यूक्रेनी सेना द्वारा लगभग 300 पुलों को खुद उड़ाने का मामला सामने आया था। यह इसलिए किया गया था ताकि रूसी सेना आगे न बढ़ पाए। वहीं, भले ही बाढ़ ने गांव में कहर बरपाया हो लेकिन डेमीडिव के निवासियों का गर्व से कहना है कि रणनीतिक लाभ ने उनकी कठिनाइयों को दूर कर दिया। बताते चलें कि यूक्रेन के उप-राष्ट्रपति ने सोशल मीडिया पर डेमीडिव में बाढ़ की कुछ तस्वीरें साझा की हैं। डेमीडिव यूक्रेन का एकमात्र गांव नहीं है जो रूसी सेना को रोकने के लिए आत्म-विनाशकारी मोड में चला गया है।