Attack on training air base in Mianwali Pakistan: पाकिस्तान के अशांत खैबर पख्तूनख्वा में 4 नवंबर, 2023 की सुबह वायु सेना के मियांवाली ट्रेनिंग एयर बेस पर एक घातक आतंकी हमला हुआ। सुरक्षाबलों ने इसे असफल कर दिया और 3 हमलावरों को मार गिराया।
हालिया हमला उन घटनाओं की श्रृंखला के बाद हुआ है जिनमें बलूचिस्तान और खैबर पख्तूनख्वा में कम से कम 17 सैनिक शहीद हो गए थे। इनमें ग्वादर में एक आतंकवादी हमला, डेरा इस्माइल खान में एक रिमोट-नियंत्रित बम विस्फोट और खैबर पख्तूनख्वा के लक्की मारवत में एक सुरक्षा अभियान शामिल है।
वायु सेना के ट्रेनिंग एयर बेस पर हुए हमले के बारे में इंटर-सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस ने कहा, "4 नवंबर, 2023 को, दिन के शुरुआती घंटों में, पाकिस्तान वायु सेना के मियांवाली ट्रेनिंग एयर बेस पर एक असफल आतंकवादी हमला हुआ। सैनिकों द्वारा इसे असफल कर दिया गया। कर्मियों और संपत्तियों की सुरक्षा सुनिश्चित हुई है।"
आगे कहा गया कि तीन कथित आतंकवादियों को "बेस में प्रवेश करते समय मार गिराया गया, जबकि शेष तीन आतंकवादियों को सैनिकों द्वारा समय पर और प्रभावी प्रतिक्रिया के कारण घेर लिया गया/पृथक कर दिया गया"।
आईएसपीआर ने बताया है कि बेस पर हमले के दौरान पहले से ही जमीन पर खड़े तीन विमानों और एक ईंधन बोजर को भी कुछ नुकसान हुआ। इस बीच सेना ने कहा है कि क्षेत्र को पूरी तरह से खाली करने के लिए एक व्यापक संयुक्त निकासी और तलाशी अभियान अंतिम चरण में है। हर कीमत पर देश से आतंकवाद के खतरे को खत्म करने की कोशिश जारी रहेगी।
बता दें कि ये पहली बार नहीं है जब खैबर पख्तूनख्वा में पाक सेना पर आतंकी हमला हुआ हो। अफगानिस्तान की सीमा से लगे पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत का एक बड़ा हिस्सा लंबे समय से अशांत है। इस इलाके में तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) का मजबूत बेस है। इस इलाके में अलगाववादी संगठन बलूच लिब्रेशन आर्मी की मौजूदगी भी है जो क्षेत्र में चीनी गतिविधियों और अरबों डॉलर की लागत वाले 'चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारे' (सीपीईसी) के विरोध में है।