काबुल:तालिबान शासन ने अफगानिस्तान में करीब दो साल से अधिक समय से बंधक बनाए गए अमेरिकी नौसैनिक मार्क फ्रेरिच को रिहा कर दिया है। अमेरिका ने इस साल की शुरुआत में मार्क फ्रेरिच की रिहाई पर चिंता जताते हुए उन्हें रिहा करने की अपील जारी की थी।
इस मामले में अफगानिस्तान के कार्यवाहक विदेश मंत्री आमिर खान मुत्ताकी ने सोमवार को कहा कि तालिबान ने अमेरिका और अफगानिस्तान के बीच कैदियों की अदला-बदली में फ्रैरिच को रिहा किया है क्योंकि अमेरिका ने अपनी कैद से तालिबान नेता को आजाद किया है और उन्हें मार्क फ्रैरिच के बदले मुक्त किया है।
समाचार वेबसाइट अल जज़ीरा के अनुसार राजधानी काबुल में कार्यवाहक विदेश मंत्री ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा, "आज तालिबान प्रशासन ने मार्क फ्रेरिच को अमेरिका को सौंप दिया गया और उनके बदले अमेरिका ने तालिबानी नेता हाजी बशीर नूरजई को हमें सौंप दिया गया। दोनों पक्षों की ओर से हुई यह कार्रवाई काबुल हवाई अड्डे पर संपन्न हुई।"
इसके साथ ही मंत्री आमिर खान ने कहा कि दोनों मुल्कों के बीच हुआ यह एक्सचेंज लंबी बातचीत का नतीजा था। हमने फ्रेरिच को अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल को सौपा और उन्होंने बशर को हमारे हवाले किया। मार्क फ्रेरिच की सकुशल रिहाई के बाद अमेरिकी विदेश विभाग ने एक बयान जारी करते हुए कहा कि मार्क फ्रेरिच अमेरिकी नौसेना के दिग्गज अधिकारी थे जो अफगानिस्तान में निर्माण परियोजनाओं पर बतौर सिविल इंजीनियर का काम कर रहे थे। तालिबान ने उनका अपहरण कर लिया गया था।
खबरों के मुताबिक मार्क फ्रेरिच उस समय चर्चा में आये, जब द न्यूयॉर्क पत्रिका ने उनके वीडियो संदेश को प्रसारि किया, जिसमें आखिरी बार उन्होंने इस साल की शुरुआत में अमेरिकी प्रशासन और तालिबानी शासकों से अपनी रिहाई की गुहार लगाई थी। मार्क फ्रेरिच ने अपने वीडियो संदेश में अपील किया था कि दोनों मुल्क उनकी रिहाई के बारे में जल्द फैसले लें ताकि वो अपने परिवार के साथ फिर से मिलकर रह सकें।
अफगनिस्तान से मार्क फ्रेरिच की रिहाई के बीच अमेरिका ने अपनी ओर से तालिबान के वरिष्ठ नेता हाजी बशीर नूरजई को आज काबुल में अपनी कैद से रिहा कर दिया। बताया जा रहा है कि बशीर नूरजई ने 2001 के बाद अफगानिस्तान में अमेरिकी सैनिकों से संपर्क किया और उसके बाद वो अमेरिका की यात्रा पर गये। जहां 2005 में अमेरिका की रक्षा एजेंसियों ने उन्हें न्यूयॉर्क में गिरफ्तार कर लिया गया था और उसके बाद अमेरिका की एक अदालत ने उन्हें आजीवन कारावास की सजा सुना दी थी।
बशीर नूरजई के रिहाई की जानकरी देते हुए इस्लामिक अमीरात के कतर स्थित राजनीतिक कार्यालय के प्रवक्ता मोहम्मद नईम ने कहा, "तालिबान नेता हाजी बशीर अमेरिका में दो दशकों की कैद काटने के बाद आज रिहा हुए और काबुल पहुंचे।"
मालूम हो कि अमेरिका ने पिछले हफ्ते अफगानिस्तान में मानवीय सहायता के बनाये गये "अफगान फंड" के लिए आरक्षित कुल 7 बिलियन अमरीकी डालर में से 3.5 बिलियन डालर अफगानिस्तान को जारी करने की घोषणा की थी। माना जा रहा है कि अमेरिकी नौसेनिक मार्क फ्रेरिच की रिहाई में अमेरिका द्वारा जारी की गई धनराशि का भी बहुत बड़ा योगदान है।